Ajmer Urs 2025: अजमेर दरगाह में गुस्ल की रस्म पर सहमति बनने के साथ ही विवाद का पटाक्षेप हो गया. ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 814वें उर्स के मौके पर होने वाली गुस्ल की रस्म को लेकर विवाद चल रहा था. पिछले कई दिनों से जारी यह मामला शुक्रवार (19 दिसंबर) देर रात समाप्त हो गया. जिला प्रशासन और पुलिस विभाग के अधिकारियों की मध्यस्थता में लंबी बैठक हुई. इसके बाद सभी संबंधित पक्षों के बीच सहमति बन गई. इस दौरान तय हुआ कि इस बार गुस्ल की रस्म दरगाह दीवान सैयद जैनुल आबेदीन अली खान नहीं, बल्कि उनके बेटे नसीरुद्दीन चिश्ती अदा करेंगे. इस निर्णय के साथ ही उर्स से पहले पैदा हुई असमंजस और तनाव की स्थिति खत्म हो गई, जिससे दरगाह परिसर में राहत का माहौल बना है. #AjmerUrs2025 #KhwajaGaribNawaz #AjmerDargah #GhuslCeremony #NasiruddinChishti #DargahDeewan #AjmerNews #UrsUpdate #814thUrs #PeaceInAjmer #BreakingNewsAjmer #DargahSharif