झालावाड़ (Jhalawar) के वानिकी एवं उद्यानिकी महाविद्यालय में लगभग 10 साल पहले स्ट्रॉबेरी को लेकर नवाचार और प्रयोग शुरू किए गए. सबसे बड़ी बात यह है कि स्ट्रॉबेरी (Strawberry) अब पॉलीहाउस से बाहर निकलकर खुले क्षेत्र में भी पैदा की जा रही है तथा 500 वर्ग मीटर में पैदा करने वाला किसान भी इससे लगभग एक लाख रुपए कमा रहा है. देखिए NDTV की स्पेशल रिपोर्ट.