हमारे देश के गावों में आज भी एक अलग ही दुनिया बसती है. शहर की दौड़-धूप से दूर बसे गावों में अलग माहौल तो होता ही है, यहां के लोग भी निराले होते है. तभी तो कहते हैं कि भारत का दिल गांवों में बसता है. हर गांव की अलग कहानी है और कुछ ना कुछ खासियत होती है. आज बात करेंगे एक ऐसे गांव की जहां पर लोग घर की दूसरी मंजिल नहीं बनाते, कौनसा है वो गांव? और क्या है इसकी वजह? आइये जानते हैं ये है डीडवाना जिले (Didwana District) का जसराणा गांव. आम गांवों की तरह नजर आने वाले जसराणा गांव की हकीकत जानकर आप हैरान रह जाएंगे. असल में इस गांव में सैकड़ों सालों से मकान सिर्फ एक मंजिल के ही बनते है. गांव के लोगों का कहना है कि लोक देवता अल्लू बाप जी के प्रति आस्था के चलते, वे एक परम्परा निभा रहे हैं. जिसके मुताबिक गांव में बने लोक देवता अल्लू बाप जी के मंदिर की ऊंचाई से कोई भी मकान ऊंचा नहीं होना चाहिए.