कभी पश्चिमी राजस्थान की जीवनरेखा कही जाने वाली जोजरी नदी आज ज़हर उगल रही है। जोधपुर से पाली और बालोतरा तक बहने वाली इस नदी में लगभग 400 से ज़्यादा औद्योगिक इकाइयों का प्रदूषित पानी और कचरा डाला जा रहा है। इसका परिणाम यह है कि नदी का पानी न पीने लायक बचा है और न ही सिंचाई योग्य। आम लोगों का जीवन दूभर हो गया है, बीमारियां फैल रही हैं और खेतों की ज़मीन बंजर होती जा रही है। एनडीटीवी संवाददाता मुकुल परिहार ने ग्राउंड ज़ीरो पर पहुंचकर स्थानीय लोगों से बात की और प्रशासन से भी जवाब मंगा।