भारतीय वन्यजीव संस्थान(Wildlife Institute of India) की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि अभ्यारण्यों के अंदर बनी बजरी गिट्टी की सड़कें वन्य जीवों को भ्रमित कर रही हैं। इससे वे घबराकर जंगलों(Forests) से बाहर निकलते हैं और आबादी के बीच भी जाते हैं। क्या हमें वन्यजीव संरक्षण के लिए स्थानीय समुदाय की भागीदारी की आवश्यकता है? क्या हमें वन्य जीवों के आवासों की सुरक्षा के लिए आबादी को सीमित करना होगा?