भारत आदिवासी पार्टी (BAP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहनलाल रोत ने अपने एक्स (Twitter) पोस्ट से राजस्थान की राजनीति में सनसनी फैला दी है. उनके इस तीखे बयान, 'हमसे कुछ चाहिए तो खुशी-खुशी मांग लेना, हमारा अध्यक्ष पद भी दे देंगे. अगर हमारे खिलाफ छुपकर साजिश की तो लिख लेना, जहन्नुम भी नसीब नहीं होगा,' ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. इस वीडियो में हम जानेंगे कि मोहनलाल रोत के इस बयान के क्या मायने हैं और इसका राजस्थान की सियासी गलियारों में क्या असर हो सकता है. क्या यह किसी गठबंधन का संकेत है या फिर एक बड़ी राजनीतिक चेतावनी?