Reality check of Rajasthan schools: झालावाड़ा स्कूल हादसे की वो तारीख आपको याद होगी जब एक स्कूल भरभराकर गिर गया था. मलबे में दबकर कई मासूमों की जान चली गई है. हादसे के तुरंत बाद हाईकोर्ट ने बड़ा फैसला किया झालावाड़ स्कूल हादसे के बाद हाईकोर्ट ने प्रदेश के सरकारी स्कूलों में करीब 86 हजार जर्जर क्लासरूम में पढ़ाई पर रोक लगा दी थी. कोर्ट की सख्ती के बाद स्कूल के मरम्मत कार्य पूरा होने तक वैकल्पिक स्थान पर शिफ्ट कर दिया. जर्जर स्कूल भवन की जगह टीन शेड, तंबू और टेंट सेड में पढ़ाए जा रहे बच्चों को लेकर कोर्ट ने सख्ती दिखाई है. राजस्थान हाईकोर्ट के जयपुर बेंच ने कहा कि वैकल्पिक जगहों पर चल रहे क्लास की वजह से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित नहीं होनी चाहिए. कोर्ट के आदेश के बाद जर्जर स्कूलों के हालात में कितना कुछ बदलाव आया उसी पर हम आज सबसे बड़ा रियलिटी चेक करे जा रहे कोर्ट ने साफ कर दिया है सरकार के वैकल्पिक इंतजाम की क्वालिटी और सुविधाओं की जांच का जिम्मा डिस्ट्रिक्ट लीगल सर्विस अथॉरिटी को सौंपा है. अदालत ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिवों को निर्देश दिया है कि वह 15 से 18 सितम्बर के बीच इन वैकल्पिक इंतजामातों का आकस्मिक निरीक्षण करके रिपोर्ट सौपेंगे. #kota #jhalawar #bhilwara #rajasthan #latestnews #viralvideo