Jeenamata Chaitra Navratri: चैत्र नवरात्रि की शुरुआत के साथ ही जीणमाता का लक्खी मेला (Lakhi Mela) भी शुरू हुआ. सुबह महा अभिषेक के बाद 7.30 बजे हुई महाआरती में श्रद्धालुओं ने भी भाग लिया. पहले दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु मेले में पहुंचे. श्रद्धालुओं ने माता को जात, जड़ूले व गठजोड़े की धोक लगाई. मेले के दूसरे दिन से श्रद्धालुओं को काजल शिखर (Kajal Shikhar) तक रोप-वे की सुविधा मिलने लगी.