जयपुर अस्पताल में हुए अग्निकांड से जुड़ी एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहां छह लोगों की दर्दनाक मौत हुई थी। एसीएन मुकेश सिंघल ने आग लगने से पहले ही अस्पताल को संभावित खतरे की चेतावनी दी थी और 28 अगस्त को इलेक्ट्रिकल सेफ्टी ऑडिट का प्रस्ताव भी अधीक्षक व प्रिंसिपल को भेजा था। लेकिन अब उन्हें ही निलंबित कर दिया गया है! क्या यह लापरवाही को छिपाने का प्रयास है या जिम्मेदार अधिकारियों को बचाने की कोशिश? हमारे संवाददाता वीरेंद्र शेखावत से जानिए इस पूरे मामले की विस्तृत जानकारी और क्या इस निलंबन से न्याय मिलेगा या यह सिर्फ एक ढकोसला है? देखिए पूरी रिपोर्ट!