Rajasthan News: वही गड़ीसर सरोवर (Gadisar Sarovar) जिसने लगभग 750 साल तक जैसलमेर (Jaisalmer ) की प्यास बुझाई. मेरा जन्म 13 वीं शताब्दी में हुआ. जैसलमेर के तत्कालीन महारावल गड़सी सिंह ने मुझे जीवंत रूप दिया था. जैसलमेर के शासकों व प्रजा द्वारा समय के साथ मेरा विकास भी किया गया. 1910 में मुकुट के रूप में टीलों की पोल का निर्माण किया गया. जिसने मेरी स्वर्णिम आभा को चार चांद लगा दी. मेरा पानी पूजा अर्चना व पीने के लिए उपयोगी था. मुझे गंगा सा पवित्र माना जाता था, लेकिन अब मेरे जल भराव क्षेत्र में लोग अतिक्रमण कर रहे है.