जोधपुर (Jodhpur) में स्थित गीता भवन में आज भी 190 वर्ष पुरानी स्वर्ण अक्षरों में हस्तलिखित भगवत गीता (Bhagavad Gita) को सुरक्षित रखा गया है. ये भक्तों के लिए साल में सिर्फ गीता जयंती के दिन ही भक्तों के दर्शन के लिए बाहर आती है. इसका इसी दिन विशेष पूजन भी किया जाता है. 1889 संवत के समय की गीता को आज भी बड़े सुरक्षित ढंग से संरक्षित भी किया गया है.