149 मिलियन डॉलर, इसे भारतीय मुद्रा में बदले तो करीब 1244 करोड़ रुपए. ये वो रकम है जिसके फ्रॉड के मामले में अमेरिका में भारतीय मूल के एक फार्मा कारोबारी को गिरफ्तार किया गया है. मामला सॉवरेन हेल्थ ग्रुप के संस्थापक और पूर्व सीईओ तन्मय शर्मा का है. तन्मय शर्मा को अमेरिका में 1244 करोड़ रुपये के हेल्थकेयर फ्रॉड मामले में लॉस एंजेलिस इंटरनेशनल एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया है. बता दें कि तन्मय शर्मा की संस्था अब बंद हो चुकी है. यह संस्था नशा मुक्ति के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के रूप में काम कर रही थी.
मेडिकल इंश्योरेंस कंपनी को धोखा देकर फर्जी क्लेम के आरोप
सॉवरेन हेल्थ ग्रुप के पूर्व सीईओ तन्मय शर्मा पर आरोप है कि उन्होंने स्वास्थ्य बीमा कंपनियों को धोखा देकर करीब 149 मिलियन डॉलर के फर्जी क्लेम किए. साथ ही मरीजों की भर्ती के लिए लगभग 175 करोड़ रुपए की अवैध रिश्वतें भी दीं. तन्मय शर्मा पर यह आरोप अमेरिकी न्याय विभाग की जांच से सामने आया है. अमेरिकी फेडरल ग्रैंड ज्यूरी द्वारा जारी आठ बिंदुओं वाले आरोपपत्र में शर्मा पर चार वायर फ्रॉड, एक साजिश और तीन अवैध रेफरल के आरोप लगाए गए हैं.
2017 से FBI की टीम कर रही थी मामले की जांच
मिली जानकारी के अनुसार अमेरिकी जांच एजेंसी FBI की टीम साल 2017 से इस मामले की जांच कर रही थी. इसके तहत सॉवरेन हेल्थ के साउथ कैलिफोर्निया स्थित इलाज केंद्रों, मुख्यालय और तन्मय शर्मा के आवास पर छापेमारी भी हुई थी. हालांकि संस्था ने 2018 में अपना संचालन बंद कर दिया था. इस मामले में सह-आरोपी पॉल जिन सेन को भी गिरफ्तार किया गया है, जिसने अदालत में खुद को निर्दोष बताया है. उसका ट्रायल 29 जुलाई से शुरू होगा.
असम के गुवाहटी के रहने वाले हैं तन्मय शर्मा
तन्मय शर्मा मूल रूप से असम के गुवाहाटी के रहने वाले हैं. उन्होंने डिब्रूगढ़ मेडिकल कॉलेज से MBBS किया है. दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इंटर्नशिप के बाद वह यूके और फिर अमेरिका में मेडिकल और रिसर्च क्षेत्र में सक्रिय रहे. वह स्किज़ोफ्रेनिया और मानसिक रोगों पर शोध के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचाने जाते हैं. उन्होंने 200 से अधिक रिसर्च लेख प्रकाशित किए हैं और 5 किताबें भी लिखी हैं. उनके पिता फणी शर्मा असम के प्रसिद्ध रंगकर्मी, अभिनेता और निर्देशक थे.