कौन है हिज्बुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह, जिसकी मौत पर महबूबा मुफ्ती ने रद्द कर दिया चुनाव प्रचार

इजरायली सेना की एयर स्ट्राइक में मारा गया हसन नसरल्लाह एक सब्जी बेचने वाले का बेटा था. वह 1960 में बेरूत में पैदा हुआ था और अपने पिता 9 बच्चों में से वह सबसे बड़ा था.

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Who is Hassan Nasrallah: इजरायली सेना के हमले में हिज्बुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत हो गई. इजरायली सेना के दावे के बाद हिज्बुल्लाह ने भी नसरल्लाह के मरने की पुष्टि की. शनिवार तड़के बेरूत में इजरायल की एयर स्ट्राइक में नरसल्लाह अपनी बेटी जैनब के साथ मारा गया. लेबनान के बेरूत में नरसल्लाह के मारे जाने के विरोध में श्रीनगर में लोग सड़कों पर उतरे और विरोध प्रदर्शन किया. पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने नसरल्लाह को शहीद बताया. उन्होंने रविवार को अपने सभी चुनाव प्रचार स्थगित कर दिया. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि इस दुख की घड़ी में फिलिस्तीन और लेबनान के लोगों के साथ खड़ी हूं. 

महबूबा मुफ्ती ने रद्द किया चुनाव प्रचार

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में महबूबा मुफ्ती ने कहा, "लेबनान और गाजा के शहीदों, खासकर हसन नसरल्लाह के साथ एकजुटता में कल अपना प्रचार रद्द कर रही हूं. नसरल्लाह को लेकर कहा जाता है कि वह एक सब्जी बेचने वाले का बेटा था. वह 1960 में बेरूत में पैदा हुआ था और अपने पिता 9 बच्चों में से वह सबसे बड़ा था. नसरल्लाह अपनी धार्मिक शिक्षा के लिए नजफ़ चला गया और वहां पर 2 साल तक शिक्षा ग्रहण की.

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32 साल की उम्र में बना हिज्बुल्लाह चीफ

इस दौरान सन 1982 में वह अब्बास अल-मुसावी के संपर्क में आया. यही अब्बास अल-मुसावी बाद में हिज्बुल्लाह का चीफ बना. 1992 में मुसावी की हत्या के बाद 32 साल की उम्र में नसरल्लाह हिज्बुल्लाह का चीफ बना. नसरल्लाह ने संगठन के नेता के रूप में कार्यभार संभाला और इसे एक राजनीतिक-सैन्य इकाई बनाने का लक्ष्य रखा. नसरल्लाह ने 2006 में इजराइल के खिलाफ हिज्बुल्ला के युद्ध का नेतृत्व किया था. 

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नसरल्लाह की मौत के बाद ईरान में शोक

हिज्बुल्ला ने एक बयान में कहा कि हिज्बुल्ला के महासचिव सैयद हसन नसरल्ला अपने साथी महान शहीदों में शामिल हो गए हैं, जिनका उन्होंने 30 वर्षों तक एक जीत से दूसरी जीत तक नेतृत्व किया था. नसरल्लाह के बारे में कहा जाता है कि उसने ईरान की मदद से सीरिया में बशर अल असद की सत्ता बचाने में अहम भूमिक निभाई थी. हसन नसरल्लाह की मौत के बाद ईरान में 5 दिन के शोक की घोषणा की है. 

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