राजस्थान के सरकारी कॉलेजों ने छात्रों को दी खुशखबरी, यूजी-फर्स्ट ईयर के ड्रॉप आउट भी अब ले सकेंगे दाखिला

राजस्थान के सरकारी कॉलेजों छात्रों को खुशखबरी दी है. अब दो शैक्षणिक सत्रों में अंतराल के कारण एडमिशन से वंचित रह गए छात्र भी कॉलेजों में एडमिशन ले सकेंगे.

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Rajasthan: राजस्थान में इन दिनों कॉलेजों और यूनिवर्सिटी में एडमिशन प्रक्रिया शुरू हो गई है. इसको लेकर गवर्नमेंट कॉलेजों ने छात्रों को खुशखबरी दी है. अब दो शैक्षणिक सत्रों में अंतराल के कारण एडमिशन से वंचित रह गए छात्र भी कॉलेजों में एडमिशन ले सकेंगे.  इस संबंध में राजस्थान कॉलेज आयुक्तालय ने  आदेश जारी किए हैं. कॉलेजों की ओर से जारी इस सूचना के बाद उन विद्यार्थियों को भी लाभ मिलेगा जो किसी कारणवश पिछले दो सालों में कॉलेज नहीं जा सके थे. दरअसल पीटीईटी, नीट, जेईई और इसी तरह की अन्य परीक्षाओं की तैयारियों के चलते 12वीं के कई विद्यार्थी कॉलेज में प्रवेश नहीं ले पा रहे थे. वहीं 12वीं के बाद दो शैक्षणिक सत्र यानि दो साल का अंतराल होने के कारण राजस्थान कॉलेज आयुक्तालय की ओर से नियमित प्रवेश पर भी रोक लगाई गई थी. लेकिन अब यह रोक हटा दी गई है, जिससे दो साल का अंतराल रखने वाले अभ्यर्थियों को बड़ी राहत मिली है.

ऐज फ़ैक्टर वाले और ड्रॉप आउट छात्रों को होगा फायदा

 कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय की ओर से जारी आदेश के अनुसार अब शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए राज्य सरकार की ओर से स्वीकृत प्रवेश नीति के तहत प्रवेश नहीं दिया जाता था, जिसे अब हटा दिया गया है. पहले इस बिंदु में प्रावधान था कि दो या अधिक शैक्षणिक सत्रों का अंतराल रखने वाले विद्यार्थियों को नियमित या प्राइवेट विद्यार्थी के रूप में भी अगली कक्षा में प्रवेश और कक्षाओं में उपस्थित होने की अनुमति नहीं थी. अब इस प्रावधान के खत्म होने से उन छात्रों को राहत मिली है जो उम्र की वजह से कॉलेज में एडमिशन नहीं ले पाते थे. और ग्रेजुएशन करने का उनका सपना अधूरा रह जाता था.इसके अलावा बड़ी संख्या में ऐसे छात्र भी हैं जो PTET, JEE, NEET या इसी तरह की अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के कारण ग्रेजुएशन में एडमिशन नहीं ले पाते थे. ऐसे में उन छात्रों को भी अब राहत मिलेगी और वे भी ग्रेजुएशन कर सकेंगे.

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