Rajasthan News: राजस्थान की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) ने लॉरेंस बिश्नोई और रोहित गोदारा गैंग के कुख्यात अपराधी अमित शर्मा उर्फ जैक पंडित को अमेरिका में पकड़वाने में बड़ी सफलता हासिल की है. जयपुर पुलिस की सटीक सूचना और सीबीआई-इंटरपोल के सहयोग से अमेरिकी एजेंसियों ने उसे हिरासत में लिया. अब उसे भारत लाने की प्रक्रिया तेजी से शुरू हो गई है.
गैंग का पैसा और हथियार संभालने वाला मास्टरमाइंड
जैक पंडित गैंग का ‘फाइनेंस मास्टर' माना जाता है. वह विदेशों से फिरौती का पैसा इकट्ठा कर हवाला जैसे रास्तों से गैंग के सदस्यों तक पहुंचाता था. इसके अलावा वह हथियारों और ड्रग्स की सप्लाई में भी अहम भूमिका निभाता था. वह गैंग के लिए फर्जी दस्तावेज बनवाने फरार अपराधियों को पैसे देने और विदेशों में शरण दिलाने का काम भी करता था.
दुबई से स्पेन तक बनाया नेटवर्क
भारत छोड़ने से पहले जैक पंडित दुबई स्पेन और कई अन्य देशों में घूमकर अपना नेटवर्क बना चुका था. स्पेन और अमेरिका में उसकी मौजूदगी की पुष्टि होने पर इंटरपोल ने उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था.
कई गंभीर अपराधों में था वांछित
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार जैक पंडित कई बड़े अपराधों में शामिल रहा. उसने 29 अप्रैल 2022 को श्रीगंगानगर में फिरौती के लिए फायरिंग की. 26 जनवरी 2022 को अवैध पिस्टल और कारतूस की सप्लाई 20 जनवरी 2024 को अबोहर बाईपास पर 6 पिस्टल और 84 कारतूस बरामदगी और सुनील शर्मा की हत्या की साजिश जैसे मामलों में वह वांछित था.
गैंग के नेटवर्क पर अब कसेगा शिकंजा
एजीटीएफ के अनुसार जैक पंडित गोल्डी बरार और रोहित गोदारा गैंग को विदेशों से पैसा और हथियार मुहैया करवाता था. उसकी गिरफ्तारी के बाद जांच एजेंसियां उसके अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही हैं ताकि गैंग की आर्थिक मदद को पूरी तरह रोका जा सके.
कानूनी कार्रवाई की चेतावनी
राजस्थान पुलिस और सीबीआई अब जैक पंडित को भारत लाने के लिए काम कर रही हैं. पुलिस ने साफ कहा है कि देश-विदेश में गैंग को मदद करने वालों पर नए BNS कानून की धारा 111 के तहत सख्त कार्रवाई होगी.
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