Ajmer: कैदी को जेल से बाहर रखने के लिए परिजनों ने बनवाया फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र, खुलासे के बाद पुलिस हैरान

Rajasthan News: अजमेर सेंट्रल जेल में तस्करी के आरोप में सजा काट रहे एक आरोपी को लेकर अजीबोगरीब मामला सामने आया है. जिसके बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है.

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पकड़ा गया आरोपी इकबाल

Ajmer Central jail News: राजस्थान की अजमेर सेंट्रल जेल में तस्करी के आरोप में सजा काट रहे एक आरोपी को लेकर अजीबोगरीब मामला सामने आया है. जिसके बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है. केस ड्रग तस्करी के मामले में 8 साल की सजा काट रहे आरोपी इकबाल से जुड़ा है, जो पंजाब का रहने वाला है. और हाल ही में वह पैरोल पर बाहर आया था, जिसकी अवधि समाप्त होने से पहले ही वह फरार हो गया. जिसे कई दिनों तक ढूंढने के बाद अचानकर परिजनों ने उसका डेथ सर्टिफिकेट जमा कराया, जिसके कुछ समय बाद पुलिस के सामने इससे डुड़ी सच्चाई सामने आई, जिसस उनके होश उड़ गए. 

 15 दिन की पैरोल खत्म होने पर वापस नहीं था लौटा

 15 दिन की पैरोल अवधि समाप्त होने के बावजूद वह वापस नहीं लौटा. जिसके बाद जेल प्रशासन ने सिविल लाइंस थाने में शिकायत दर्ज कराई. इसी बीच पुलिस को इकबाल का मृत्यु प्रमाण पत्र मिल गया, जो उसके परिजनों ने थाने में जमा कराया था. जिसके बाद पुलिस ने इसे सच मानकर केस बंद कर दिया. लेकिन अचानक इस मामले में एक नया मोड़ आया जिसने मामले की जांच कर रही पुलिस को चौंका दिया.

अजमेर की सेंट्रल जेल
Photo Credit: NDTV

पंजाब जेल से किया गिरफ्तार

मामले में नया मोड़ तब आया जब 16 मई 2025 को अजमेर सेंट्रल जेल प्रशासन को इकबाल के पंजाब जेल में होने की सूचना मिली. आरोपी को वहां की पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत एक बार फिर गिरफ्तार कर लिया. सूचना मिलते ही अजमेर जेल प्रशासन ने सिविल लाइंस थाना पुलिस को सूचना दी. इसके बाद पुलिस ने पुराने केस को फिर से खोला और पंजाब कोर्ट से प्रोडक्शन वारंट जारी करवाया. और इकबाल सिंह को वापस अजमेर ले आई.

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पैरोल में भी कर रहा था मादक पदार्थ की तस्करी 

गौरतलब है कि इकबाल अजमेर जेल में 5 साल की सजा काट चुका था और पैरोल पर बाहर जाने के बाद फिर मादक पदार्थ तस्करी में संलिप्त पाई गई थी. उसकी गिरफ्तारी पंजाब पुलिस ने की, जिससे उसकी झूठी मौत की कहानी का पर्दाफाश हो गया.

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