बिजयनगर रेप-ब्लैकमेल कांड: मंत्री अविनाश गहलोत ने प्रशासन को दिए सख्त निर्देश,  कहा-  किसी से डरने की जरूरत नहीं

राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत ने बिजयनगर में स्थानीय विधायक और पुलिस प्रशासन से नाबालिग बच्चों के साथ हुई अप्रिय घटना की जानकारी ली. उन्होंने आरोपियों की संपत्तियों की जांच और बिना अनुमति के मीट-मांस की दुकानों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए.

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कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत.

Bijainagar Rape-Blackmail Case: राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत बिजयनगर पहुंचे, जहां उन्होंने स्थानीय विधायक वीरेंद्र कानावत और पुलिस प्रशासन से नाबालिग बच्चों के साथ हुई अप्रिय घटना की पूरी जानकारी ली. इस दौरान गहलोत ने बताया कि बिजयनगर पालिका द्वारा आरोपियों को उनकी संपत्तियों की जानकारी के लिए नोटिस जारी किए गए थे, लेकिन दस दिन बीत जाने के बावजूद कुछ ने6/9 के पट्टे प्रस्तुत किए, कुछ ने अपनी संपत्ति वफ्फ में दर्ज करना बताया. इस पर मंत्री गहलोत ने स्पष्ट किया कि प्रशासन को किसी से डरने की जरूरत नहीं है.

बिना अनुमति चल रही मीट-मांस की दुकानें होंगी बंद

प्रशासन को उनके द्वारा निर्देशित किया गया कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि पीड़ित परिवारों को न्याय मिले और जनता का विश्वास बना रहे. उन्होंने यह भी कहा कि अवैध गतिविधियों, जैसे बिना अनुमति के मीट-मांस की दुकानें संचालित करना या किसी अन्य गैरकानूनी कार्य में लिप्त होना, बिजयनगर में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने भरोसा दिलाया कि प्रशासन द्वारा जल्द ही कड़े कदम उठाए जाएंगे और इसके नतीजे अगले ही दिन से दिखने लगेंगे.

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बिजयनगर ब्लैकमेलिंग कांड में नए खुलासे

बिजयनगर ब्लैकमेलिंग कांड में आरोपी सांवरलाल की गिरफ्तारी के बाद कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. इस मामले में बिजयनगर के कुछ व्यवसायियों की भूमिका सामने आई है, जिसके चलते पुलिस ने उन्हें तलब किया है. जांच के दौरान पता चला कि गुरु पन्ना टाबर के मालिक संदीप सांखला और सांवरलाल के नाम पर किए गए रेंट एग्रीमेंट में कई संदिग्ध लेन-देन हुए हैं. आरोप है कि सांवरलाल के नाम पर एग्रीमेंट कर अन्य लोग एक कैफे चला रहे थे.

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बिजयनगर पुलिस ने इस सिलसिले में संदीप सांखला, अरुण बोरदिया, अंकित लोढ़ा और कैलाश नुवाल से पूछताछ की. इस दौरान दो और व्यक्तियों के नाम सामने आए हैं, जिनकी भूमिका की गहनता से जांच की जा रही है. पुलिस अब अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है और इस पूरे कांड में शामिल सभी लोगों पर शिकंजा कसने की तैयारी में है. प्रशासन और पुलिस की सख्ती से अब बिजयनगर में अवैध गतिविधियों में शामिल लोगों की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं.

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