Rajasthan News: राजस्थान के चूरू जिले में परिवहन विभाग ने सड़क सुरक्षा के लिए बड़ी मुहिम चलाई है. उप निरीक्षक रॉबिन सिंह की अगुवाई में टीम ने सरदारशहर के मदीना कॉलोनी के पास दो बसें पकड़ीं जो एक ही नंबर से चल रही थीं. यह कार्रवाई नियमों की अनदेखी करने वाले बस मालिकों को सबक सिखाने वाली साबित हुई.
बसों में नहीं थी कोई वैध कागजात
पकड़ी गई दोनों बसों के पास फिटनेस सर्टिफिकेट इंश्योरेंस और परमिट जैसी जरूरी चीजें गायब थीं. ऊपर से टैक्स का बड़ा बकाया था. एक बस निजी स्कूलों में बच्चों को ढोने का काम करती थी. जांच में पता चला कि दूसरी बस का चेसिस नंबर अलग था और उसकी आरसी तीन साल पहले सरेंडर हो चुकी थी. बस मालिक ने धोखा देने के लिए नंबर प्लेट पर दूसरी प्लेट चिपका रखी थी.
11 लाख का जुर्माना और बसें सीज
रॉबिन सिंह ने तुरंत दोनों बसों को सीज कर दिया और कुल 11 लाख रुपये का जुर्माना ठोका. उन्होंने बताया कि बकाया टैक्स की राशि ही इतनी थी. बस मालिक को तलब कर लिया गया है और चेसिस नंबर की गहराई से पड़ताल हो रही है. अगर बस चोरी की या कबाड़ से ली गई साबित हुई तो फ्रॉड का केस दर्ज होगा.
जिले में पांचवीं सफल कार्रवाई
यह चूरू जिले में एक ही नंबर की दो बसों को पकड़ने की पांचवीं घटना है और सभी का श्रेय उप निरीक्षक रॉबिन सिंह को जाता है. इससे पहले चार बार ऐसी ही बसें पकड़ी जा चुकी हैं. रॉबिन सिंह कहते हैं कि ऐसी गड़बड़ियां सड़क हादसों को न्योता देती हैं इसलिए सख्ती जरूरी है. यह कार्रवाई दिखाती है कि परिवहन विभाग अब धोखेबाजों पर नजर रखे हुए है. साथ ही अब बस मालिकों को चेतावनी है कि नियम तोड़ने की कीमत चुकानी पड़ेगी.
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