फेसबुक पर 'हेलो हाय' कहकर शुरू की बातचीत, फिर अश्लील वीडियो कॉल करके अकाउंट किया खाली

Rajasthan News: डीग जिले की कोतवाली पुलिस ने ऑपरेशन एंटीवायरस अभियान के तहत 4 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है, जिनसे पूछताछ में पुलिस ने 15 फर्जी सिम कार्ड, 12 फर्जी एटीएम कार्ड समेत 7 मोबाइल फोन बरामद किए हैं.

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प्रतीकात्मक तस्वीर ( Meta AI)

Deeg Cyber Fraud News: डीग जिले की कोतवाली पुलिस ने ऑपरेशन एंटीवायरस अभियान के तहत 4 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है, जिनसे पूछताछ में पुलिस ने 15 फर्जी सिम कार्ड, 12 फर्जी एटीएम कार्ड समेत 7 मोबाइल फोन बरामद किए हैं. ये आरोपी फर्जी सिम और एटीएम कार्ड सप्लाई का भी काम करते हैं. अब तक ये आरोपी दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, मध्य प्रदेश, असम के हजारों लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी कर चुके हैं, जिनसे कोतवाली पुलिस गहन पूछताछ कर रही है.

नया मोबाइल और फर्जी सिम कार्ड से शुरु होता था खेल

मामले पर जानकारी देते हुए बताया ये कार्रवाई एसपी ओमप्रकाश मीणा के निर्देशन में की गई. पूछताछ में बताया कि ये आरोपी ठगी के लिए सबसे पहले एक नया मोबाइल और फर्जी सिम कार्ड खरीदते थे. फिर, उस नंबर से विभिन्न सोशल मीडिया ऐप्स डाउनलोड करते थे. इसके बाद, ये किसी भी महिला के नाम से एक फर्जी प्रोफाइल बनाते थे और उस पर किसी सुंदर महिला की तस्वीर लगाते थे.

'हेलो हाय' कहकर ठगी की योजना को देते अंजाम

फर्जी प्रोफाइल बनाने के बाद, वे मैसेंजर के जरिए बुजुर्ग लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते थे. जैसे ही कोई व्यक्ति उनकी रिक्वेस्ट स्वीकार करता था, ये 'हेलो हाय' कहकर बातचीत शुरू करते और जल्द ही उनका वॉट्सऐप नंबर ले लेते थे. इसके बाद, वे अपनी ठगी की अगली योजना को अंजाम देते थे.

इन ठगों का तरीका बेहद शातिर और चौंकाने वाला था. वे सबसे पहले एक मोबाइल में किसी महिला का अश्लील वीडियो चलाकर उसे रिकॉर्ड करते हैं. फिर, दूसरे मोबाइल से वीडियो कॉल करके सामने वाले शख्स को यह वीडियो दिखाते हैं. पीड़ित को लगता है कि कोई महिला उनसे लाइव वीडियो कॉल पर बात कर रही है. इसी भ्रम में आकर सामने वाला शख्स उसके झांसे में आ जाता है. ठग इसी दौरान उसकी रिकॉर्डिंग कर लेते हैं.

ब्लैकमेलिंग और फिर पुलिस अधिकारी बनकर ठगी

रिकॉर्डिंग करने के बाद, ठग अपना अगला कदम उठाते हैं. वे उस शख्स को धमकाते हैं कि उनके पास उसकी अश्लील वीडियो को भेजकर उन्हें ब्लैकमेल करते  है और अगर उसने पैसे नहीं दिए तो वे वीडियो को वायरल करने की धमकी देते है. डरकर पीड़ित उनके बताए गए खातों में लाखों रुपए ट्रांसफर कर देता है.

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पकड़े गए 4 आरोपी
Photo Credit: NDTV

फेक पुलिस बनकर भी बाद में है डराते

लेकिन ठग यहीं नहीं रुकते. पैसे मिलने के बाद वे एक और फर्जी सिम से पुलिस अधिकारी बनकर पीड़ित को फोन करते हैं. वे कहते हैं, "आपके खिलाफ एक महिला के साथ अभद्र तरीके से अश्लील वीडियो का मामला आया है, हमें आपके खिलाफ मुकदमा दर्ज करना पड़ेगा." इस धमकी से घबराकर पीड़ित अपनी पूरी जमापूंजी उन फर्जी खातों में ट्रांसफर कर देता है और इस तरह ठगी का शिकार हो जाता है.

पुलिस की बड़ी कार्रवाई 'ऑपरेशन एंटीवायरस'

पिछले दो सालों में पुलिस ने इस तरह के लगभग 1700 ठगों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा है. इसके अलावा, हजारों की संख्या में फर्जी सिम कार्ड बंद करवाए गए हैं.एक समय यह अपराध अकेले राजस्थान के डीग जिले में देश का लगभग 19% था, लेकिन 'ऑपरेशन एंटीवायरस' अभियान के तहत की गई सख्त कार्रवाई से यह आंकड़ा अब घटकर सिर्फ 2% रह गया है.

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