Rajasthan News: पुलिस के सामने चोरों ने चंद मिनट में स्कॉर्पियो के गेट खोले, डीडवाना में 2 हाईटेक चोर गिरफ्तार

जब पुलिस ने चोरों से पूछा कि गाड़ी को कैसे चोरी करते हुए तो आरोपियों से वाहन चुराने का तरीका बताया तो पुलिस भी दंग रह गई.

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Rajasthan News: डीडवाना जिले के कुचामन सिटी पुलिस ने स्कॉर्पियो कार को चुराने वाले दो शातिर चोरों को पकड़ा है. यह चोर इतने शातिर और हाईटेक है कि महज 5 मिनट में स्कॉर्पियो गाड़ी को चुराकर फरार हो जाते थे. कुचामन पुलिस ने जब अपनी जांच के दौरान आरोपियों से गाड़ियां चुराने का तरीका जाना तो उसे जानकर पुलिस भी दंग रह गई. पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी अपने शौक पूरा करने के लिए गाड़ियों की चोरी करते थे. 

जोधपुर और बालोतरा निवासी हैं आरोपी

कुचामन थानाधिकारी सुरेश कुमार ने बताया कि बालोतरा के मादासर निवासी प्रकाश बेनीवाल और जोधपुर के गोपालपुरा निवासी प्रेमाराम को गिरफ्तार किया गया है. प्रकाश की उम्र केवल 20 साल है तो वहीं प्रेमाराम महज 23 साल का है. इसके बावजूद दोनों वाहन चोरी के एक्सपर्ट है और उनके खिलाफ कई थानों में वाहन चोरी के अनेक मामले दर्ज है. पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी अमल का नशा करते हैं जो सवा लाख रुपए किलो का आता है और अपने शौक पूरा करने के लिए ही वे लोग स्कॉर्पियो चुराते थे. 

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3D के जरिए देखते थे पॉश इलाके

जब आरोपियों से वाहन चुराने का तरीका बताया तो पुलिस भी दंग रह गई. आरोपियों ने बताया कि सबसे पहले आरोपी गूगल 3D के जरिए अलग-अलग शहरों के पॉश इलाकों की लोकेशन देखते थे. इसमें उन्हें जहां भी स्कॉर्पियो नजर आती है, वहां गाड़ी एक ही लोकेशन पर लगातार कई दिनों तक खड़ी मिलती है तो आरोपी टारगेट के अनुसार, इस लोकेशन पर पहुंचते थे. लोकेशन पर पहुंचते ही आरोपी फ्रंट साइड पर लगी नंबर प्लेट के नीचे लगे तारों का कनेक्शन काट देते थे. जिससे गाड़ी में लगा अलार्म बंद हो जाता और किसी प्रकार की कोई आवाज नहीं आती.

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ऐसे करते थे स्कॉर्पियों की चोरी

इसके साथ ही किसी भी एक इंडिकेटर को खोलकर इसकी वायरिंग कट कर देते, जिससे गाड़ी में होने वाली छेड़छाड़ की वजह से जलने वाले इंडिकेटर भी काम करना बंद कर देते. इसके बाद लोहे की एल्की (चाबी) से ड्राइवर साइड की फाटक को खोलकर गाड़ी के अंदर घुस जाते और स्टेयरिंग के पास लगे पांच लोहे के नट को खोलकर चाबी के मैन स्विच को मेन सॉकेट से अलग कर देते और खुद के साथ लाए हुए लॉक से कनेक्ट कर देते. इसी दौरान प्लास से जीपीएस के कनेक्शन को भी हटा देते.

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इसके बाद गाड़ी के अंदर से बोनट खोलकर इंजन के पास लगे ईसीएम यानी इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल माड्यूल जो गाड़ी में कंप्यूटर का काम करता है, आरोपी उसे बाहर निकाल कर स्वयं के साथ लाए ईसीएम को कनेक्ट कर लेते और वहां से गाड़ी को आसानी से स्टार्ट करके फरार हो जाते. ईसीएम चेंज करने के बाद गाड़ी का पूरा सिस्टम आरोपियों के पास रहता है. आरोपियों ने पुलिस को बताया की चाबी सिस्टम और ईसीएम वह बाजार से एक बार खरीदकर लाए थे और जब भी नया वाहन चुराते हैं तो उसे साथ लेकर जाते हैं.

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