Rajasthan News: राजस्थान के जोधपुर की प्रतापनगर पुलिस ने बीए परीक्षा में डमी अभ्यर्थी बैठाकर नकल करवाने के बड़े मामले में फरार अपराधी को आखिरकार धर दबोचा है. दो साल से फरार चल रहा यह अपराधी पुलिस की टॉप टेन वांछित सूची में शामिल था. मामले में गिरफ्तार आरोपी का नाम ओमप्रकाश उर्फ ओमाराम है, जो फलोदी जिले के राणेरी बाप का रहने वाला है.
जानें क्या था पूरा मामला
जानकारी के अनुसार, 1 सितंबर 2023 को जोधपुर के महिला पीजी कॉलेज में वर्धमान महावीर कोटा खुला विश्वविद्यालय की बीए प्रथम वर्ष की परीक्षा के दौरान बड़ा खुलासा हुआ. जिसमें कॉलेज के केंद्राधीक्षक अविनाश बोहरा ने पुलिस को बताया कि अभ्यर्थी निरमा की जगह रामा नाम की महिला परीक्षा दे रही थी.
रामा ने निरमा के आधार कार्ड पर अपनी फोटो लगाकर धोखाधड़ी की थी. जिसके बाद परीक्षा कक्ष में वीक्षक ने शुरू में उसे अनुमति दे दी थी, लेकिन पुलिस की सूचना पर जांच हुई तो धोखा पकड़ा गया.
पहले भी पकड़े गए डमी और मूल अभ्यर्थी
इसके बाद मामले में पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए डमी अभ्यर्थी रामा (पत्नी शंकरलाल विश्नोई, खिलेरियों की ढाणी, फलोदी) और मूल अभ्यर्थी निरमा (पत्नी अशोक कुमार, अशोक कॉलोनी, जोधपुर) को गिरफ्तार कर लिया था. लेकिन इस पूरे घोटाले का मास्टरमाइंड ओमप्रकाश उर्फ ओमाराम पुलिस की पकड़ से बाहर था.
दो साल बाद मिली सफलता
मामले को लेकर थानाधिकारी भवानी सिंह ने बताया कि पूर्व में डमी अभ्यर्थी रामा और मूल अभ्यर्थी निरमा को गिरफ्तार किया गया था. वहीं अब इस प्रकरण में वांटेड फलोदी जिले के राणेरी बाप स्थित खिचड़ों की ढाणी निवासी ओमप्रकाश उर्फ ओमाराम पुत्र जोराराम विश्रोई को पकड़ा गया है. आरोपी को पकड़ने के लिए हैड कांस्टेबल भागीरथ सिंह, घेवरराम, कांस्टेबल विश्व प्रताप सिंह, श्यामलाल और सुरेश की विशेष टीम बनाई गई थी.