Rajasthan News: राजस्थान में सरकारी स्कूलों में छात्राओं के साथ उत्पीड़न कई मामले सामने आते रहते हैं. कई मामले फाइलों में दब जाते हैं तो कई में कार्रवाई भी होती दिखती है. उत्पीड़न के मामलों की रोकथाम के लिए स्कूलों में गरिमा पेटी भी लगाई गई है. लेकिन उसका कोई खास असर देखने को नहीं मिला है.
वहीं अब ऐसा ही एक मामला प्रदेश के उदयपुर जिले से सामने आया है. जहां उदयपुर शहर से करीब 13 किलोमीटर दूर लखावली गांव के उच्च माध्यमिक स्कूल छात्राओं ने अपने साथ हुए गलत व्यवहार को लेकर प्रिंसिपल को शिकायत दी है.
20 दिन पहले दी शिकायत नहीं हुई कर्रवाई
जानकारी के अनुसार, लखवाली स्कूल की 9वीं से लेकर 11वीं कक्षा तक की 3 से 4 छात्राओं ने प्रिंसिपल को शिकायत दी. शिकायत में कहा कि शारीरिक शिक्षक नारायण सिंह गलत तरीके से टच करते हैं. पिलर की साइड में खड़े होकर गलत इशारे करते हैं.
शिकायत में यह भी लिखा कि हम चाहते है और किसी छात्रा के साथ ऐसा ना हो इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए. बड़ी बात तो यह कि शिकायत 26 और 27 जनवरी की है और 31 जनवरी को शिक्षक को स्कूल से कार्यमुक्त कर दिया लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई.
कार्रवाई के बदले दे दिया प्रमोशन
वहीं शिक्षक को अन्य स्कूल में पोस्टिंग दे दी. यहीं नहीं थर्ड ग्रेड से सेकंड ग्रेड पीटीआई शिक्षक काउंसलिंग में शिक्षक नारायण सिंह को प्रमोशन तक दे दिया, जबकि उनके ऊपर कार्रवाई चल रही है. आपको यह भी बताते हैं कि शारीरिक शिक्षक पिछले 24 साल से इसी स्कूल में कार्यरत था और करीब 3 साल बाद उनका रिटायरमेंट है.
लखावली गांव के सरपंच मोहन पटेल ने बताया कि यह मामला अभी ही सामने आया है कि गांव की बच्चियों के साथ ऐसी घटना हुई है. इस मामले में पंचायत की तरफ से संज्ञान लेकर बच्चियों को न्याय दिलाने की पूरी कोशिश करेंगे ताकि आगे अन्य के साथ ऐसा ना हो.
छात्राओं ने 26 जनवरी को दी शिकायत
मामले को लेकर स्कूल के प्रिंसिपल ने कहा कि 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के दिन स्कूल की कुछ छात्राएं मेरे पास आई. जिसमें से एक छात्रा ने शिकायत दी कि स्कूल के शारीरिक शिक्षक नारायण सिंह द्वारा उसके साथ उत्पीड़न किया है, जिसमें गलत तरीके से टच करने, गलत इशारे करने की बात भी लिखी थी.
इसके बाद मामले को तुरंत संज्ञान में लिया और जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक को फाइल बनाकर प्रेषित की. साथ 31 जनवरी को स्कूल से कार्यमुक्ति के आदेश भी दे दिए. स्कूल में रखी गरिमा पेटी के बारे में बताया कि उन्होंने पेटी में शिकायत न देकर मुझे पर्सनली आकर शिकायत दी थी.
मेरे खिलाफ रचा गया षड्यंत्र
पीटीआई शिक्षक नारायण सिंह ने एनडीटीवी को बताया कि यह पूरी तरह से एक षड्यंत्र रचा गया है मेरे खिलाफ. मैं पिछले 24 साल से इस स्कूल में कार्यरत हूं और किसी प्रकार से अब तक कोई शिकायत नहीं आई है. जिस समय के शिकायत की बात कर रहे हैं.
उस समय 26 जनवरी को राज्य स्तरीय कार्यक्रम को लेकर 14 जनवरी से वही ड्यूटी पर तैनात था और स्कूल भी नहीं गया था. इसी दौरान मेरे खिलाफ कुछ लोगों ने मुझे वहां से हटाने के लिए यह षड्यंत्र रचा है. यह सारे आरोप पूरी तरह से झूठ है.
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