NEET-UG 2024: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी, 2024 रविवार को दोपहर 2 से शाम 5:20 बजे तक आधुनिक तकनीक के कडे़ सुरक्षा घेरे में शांतिपूर्वक आयोजित की गई. जिसमें देश के 557 शहरों में 23.50 लाख (98 प्रतिशत) परीक्षार्थियों ने पेन-पेपर मोड में पेपर दिया. विदेश के 14 शहरों में भी यह परीक्षा हुई. इसका रिजल्ट 14 जून को घोषित किया जायेगा.
NTA के जोनल कॉर्डिनेटर प्रदीपसिंह गौड ने बताया कि नीट-यूजी परीक्षा के लिये राजस्थान के 24 शहरों के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस द्वारा टेबलेट स्क्रीन पर परीक्षार्थी का डेटाबेस आ जाने से बायोमेट्रिक स्केनिंग तेजी से हुई. इस तकनीक से परीक्षार्थियों को कोई असुविधा नहीं हुई. जूमर के माध्यम से कड़ी सुरक्षा के बीच पेपर हुआ.
इस बार भी लड़कियों की संख्या रही सर्वाधिक
उन्होंने बताया कि राज्य में इस वर्ष 1.97 लाख पंजीकृत परीक्षार्थियों में से 1.92 लाख ( 97.5 प्रतिशत) पेपर देने पहुंचे. कोटा में 27,456 पंजीकृत परीक्षार्थियों से 27,119 ने 56 परीक्षा केंद्रों पर पेपर दिया. 337 छात्र अनुपस्थित रहें. कोटा, जयपुर, जोधपुर, अजमेर, उदयपुर, भरतपुर, अलवर, बीकानेर, बांसवाडा, श्रीगंगानगर, जैसलमेर, बाडमेर, बारां, झुंझनू, सीकर, सिरोही, सवाईमाधोपुर, पाली, नागौर, चुरू, दौसा, धौलपुर, करौली के परीक्षा केंद्रों पर सुबह से शाम तक विद्यार्थियों एवं अभिभावकों की हलचल बनी रही. प्रतिवर्ष की तरह इस बार भी कोटा के परीक्षा केंद्रों पर गर्ल्स परीक्षार्थियों की संख्या सर्वाधिक रही.
24.06 लाख में 13.63 लाख छात्रायें
इस वर्ष भी डॉक्टर बनने की दौड में बेटियां आगे रहीं. नीट-यूजी 2024 के लिये 24 लाख 6 हजार परीक्षार्थी पंजीकृत हुए, जिनमें 13.63 लाख छात्रायें एवं 10.18 लाख छात्र शामिल हैं. जबकि गत वर्ष इस परीक्षा में 20,87,449 पंजीकृत हुये थे. इस वर्ष 2,94,384 परीक्षार्थी बढे हैं.
रिजल्ट में 12 लाख क्वालिफाई होने की उम्मीद
एनटीए ने नीट-यूजी, 2023 में 20.87 लाख परीक्षार्थियों में से 11.45 लाख को काउंसलिंग के लिये क्वालिफाई घोषित किया था. चूंकि इस वर्ष 2.94 लाख परीक्षार्थियों की संख्या बढने एवं एमबीबीएस व बीडीएस की सीटें बढ़ जाने से 12 लाख से अधिक परीक्षार्थियों को काउंसलिंग हेतु क्वालिफाई होने का अनुमान है.
ओबीसी के छात्र सामान्य वर्ग से 4 लाख ज्यादा
खास बात यह है कि मेडिकल कॉलेजों में 27 प्रतिशत आरक्षण होने से ओबीसी-एनसीएल वर्ग के सर्वाधिक 10,43,084 परीक्षार्थी रहे, जबकि सामान्य वर्ग में परीक्षार्थी घटकर 6,43,596 रह गये. इसी तरह, एससी वर्ग के 3,52,107 एवं एसटी वर्ग के 1,54,489 ने नीट-यूजी परीक्षा दी. सामान्य कमजोर आय वर्ग के 1.88.557 ने भी इसमें रूचि दिखाई.
720 अंकों के पेपर में पूछे गए 200 प्रश्न
एनटीए ने नीट-यूजी के पेपर में फिजिक्स, केमिस्ट्री, जूलॉजी व बॉटनी चारों विषयों से 720 अंकों के कुल 200 प्रश्न पूछे गये. प्रत्येक विषय के सेक्शन ए में 35 प्रश्न एवं सेक्शन-बी में 15 प्रश्न रहे, जिसमें से 10 प्रश्न हल करना था. प्रत्येक प्रश्न 4 अंकों का है. गलत उत्तर होने पर एक अंक की नेगेटिव मार्किंग होगी.
परीक्षार्थियों ने बताया कि इस वर्ष पेपर में एनसीईआरटी सिलेबस से जुडे प्रश्न अधिक पूछे गये. चारों विषयों में प्रश्नों का स्तर मॉडरेट रहा. परीक्षार्थी अब अपना संभावित एनटीए स्कोर पता करने के लिये अधिकृत ‘आंसर की' का इंतजार कर रहे हैं. उधर, कई प्रमुख कोचिंग संस्थानों ने अपनी वेबसाइट पर अनुमानित ‘आंसर की' जारी कर दी है.
10 साल में दोगुनी हुई MBBS की सीटें
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया के अनुसार, इस वर्ष देश के 706 सरकारी व प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में MBBS की अधिकृत सीटें बढ़कर 1,08,940 हो गई हैं, जो 2014 में 51,348 थीं. इस तरह 10 वर्षों में 57,591 MBBS की सीटों में वृद्धि हुई है. इसी तरह BDS के 323 कॉलेज की 28,088, आयुष पाठ्यक्रम की कुल 55,851 सीटों पर भी NEET-UG में क्वालिफाई विद्यार्थियों को अवसर मिलेगा.
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