Mahakumbh: प्रयागराज महाकुंभ में 2013 में 10 फरवरी को मौनी अमावस्या थी. संगम स्नान करने के बाद श्रद्धालु वापस घर जा रहे थे. इलाहाबाद रेलवे स्टेशन (अब प्रयागराज) पर श्रद्धालुओं की भीड़ पहुंच गई. शाम करीब 7 बज रहे थे. श्रद्धालु अपनी-अपनी ट्रेन का इंतजार कर रहे थे. फुटओवर ब्रिज पर लोग चल रहे थे. तभी अनाउंसमेंट हुआ कि ट्रेन दूसरे प्लेटफॉर्म पर खड़ी है. अचानक यात्री भागे और भगदड़ मच गई. लोग फुटओवर ब्रिज से नीचे गिरने लगे.
फुट ओवर ब्रिज की रेलिंंग टूट गई थी
लोग प्लेटफॉर्म की तरफ भागे और फुट ओवर ब्रिज की रेलिंग टूट गई. अफरातफरी मच गई थी. लोग एक दूसरे को कुचलते हुए भागने लगे थे. इसमें 36 लोगों की मौत हो गई थी. 100 से अधिक लोग घायल हो गए थे, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस भगदड़ की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए आजम खां ने कुंभ मेला के प्रभारी मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था. हालांकि, उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया था.
आजम खां ने इस्तीफा दे दिया था
इस्तीफा देते हुए आजम खां ने कहा था, "रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे की नैतिक जिम्मेदारी लेता हूं. कुंभ मेले के प्रभारी पद से इस्तीफा दे रहा हूं. इस दर्दनाक हादसे से मैं बहुत दुखी हूं. सारी रात सो नहीं पाया. मैं अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भेज रहा हूं. आजम खां ने कहा था कि हमने कुंभ मेले में अच्छी व्यवस्था करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी."
अखिलेश यादव ने आजम खां की तारीफ की थी
तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आजम खां की तारीफ की थी. उन्होंने कहा था कि आजम खां मेला कमेटी के चीफ बने रहेंगे. मुख्यमंत्री का मनाना था कि आजम खां ने जिम्मेदारी के साथ अपना काम किया.
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