Ayodhya Ram Mandir: रामलला की मूर्ति को बुधवार रात राम मंदिर के परिसर में लाया गया. श्री राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने यह जानकारी दी. मूर्ति को अंदर लाने से पहले गर्भगृह में एक विशेष पूजा भी आयोजित की गई थी. मिश्रा ने कहा कि, गुरुवार को गर्भगृह में मूर्ति स्थापित किए जाने की संभावना है. जानकारी के मुताबिक मूर्ति को एक ट्रक के जरिये मंदिर में लाया गया है. उसके बाद मूर्ति को क्रेन से नीचे उतार कर गर्भगृह के पास रखा गया.
121 आचार्य कर रहे अनुष्ठान
राम मंदिर में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए अनुष्ठान किए जा रहे हैं. इससे पहले बुधवार को कलश पूजन का आयोजन किया गया. राम मंदिर ट्रस्ट के अधिकारियों के अनुसार अनुष्ठान 21 जनवरी तक जारी रहेंगे और प्राण प्रतिष्ठा के दिन रामलला की मूर्ति की ‘प्राण प्रतिष्ठा' के लिए आवश्यक हर अनुष्ठान आयोजित किए जाएंगे. 121 ‘आचार्य' अनुष्ठान का संचालन कर रहे हैं. राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा' कार्यक्रम 22 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगा और दोपहर एक बजे समाप्त होने की उम्मीद है.
200 किलो वजनी है रामलला की मूर्ति
गर्भगृह में स्थापित होने वाली रामलला की 200 किलो वजन की नई मूर्ति को 17 जनवरी यानी कि बुधवार को जन्मभूमि मंदिर परिसर में लाया गया. पहले रामलला की मूर्ति को मंदिर परिसर भ्रमण कराने की योजना थी लेकिन मूर्ति का वजन ज्यादा होने की वजह से उसकी जगह रामलला की 10 किलो की चांदी की मूर्ति मंदिर परिसर में घुमाई गई. इससे पहले बुधवार दोपहर करीब 2:30 बजे निर्मोही अखाड़ा के महंत दिनेंद्र दास और पुजारी सुनील दास ने राम मंदिर के गर्भगृह में पूजा की. फिर महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली. इसके बाद मथुरा की सांसद हेमा मालिनी ने रामायण पर डांस परफॉर्मेंस भी दिया.
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