Virat Kohli: संन्यास लेने के बाद वृंदावन पहुंचे व‍िराट कोहली, प्रेमानंद महाराज से ल‍िया आशीर्वाद   

Virat Kohli: क्रिकेटर व‍िराट कोहली और उनकी पत्‍नी अनुष्‍का शर्मा दो बार पहले भी वृंदावन प्रेमानंद महाराज का दर्शन करने गए थे.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
इससे पहले 10 जनवरी 2025 को व‍िराट कोहली प्रेमानंद महाराज से आशीर्वाद लेने वृंदावन गए थे.

Virat Kohli: टेस्‍ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद व‍िराट कोहली वृंदावन पहुंचे. साथ में उनकी पत्‍नी अनुष्‍का शर्मा भी थीं. बताया जा रहा है क‍ि प्रेमानंद महाराज से आशीर्वाद लिया. व‍िराट कोहली पहले भी दो बार वृंदावन प्रेमानंद महाराज से आशीर्वाद ले चुके हैं. व‍िराट कोहली और उनकी पत्‍नी अनुष्‍का दोनों प्रेमानंद महाराज के भक्‍त हैं. दोनों ने प्रेमानंद महाराज से करीब 15 म‍िनट तक बात की.

करीब 2 घंटे केली कुंंज आश्रम में रहे व‍िराट

व‍िराट और अनुष्‍का केली कुंज आश्रम में करीब 2 तक रहे. सुबह 7:20 बजे इनोवा कार से पहुंचे, इसके बाद 9 बजे वहां से न‍िकल गए. विराट-अनुष्का कार में मास्क लगाए बैठे थे. इससे पहले वह 4 जनवरी 2023 और 10 जनवरी 2025 को वृंदावन आए थे.

Advertisement

प्रेमानंद महाराज से आशीर्वाद लेने पहुंचे व‍िराट कोहली और उनकी पत्‍नी अनुष्‍का शर्मा.

व‍िराट कोहली ने टेस्‍ट क्रि‍केट से ल‍िया संन्यास

विराट कोहली ने 12 मई को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट (Instagram) पर एक पोस्ट में टेस्ट क्रिकेट से रिटायर होने का एलान कर दिया. पिछले कुछ दिनों से ऐसी चर्चा चल रही थी कि टेस्ट कैप्टन रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के टेस्ट क्रिकेट से रिटायर होने के बाद 36 वर्षीय कोहली ने भी टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने की इच्छा जताई है. ये बताया जा रहा था कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने उनसे 20 जून से इंग्लैंड के खिलाफ शुरू होनेवाली टेस्ट सिरीज़ को देखते हुए उनसे अपने फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए आग्रह किया है, लेकिन ऐसा लगता है कि कोहली ने अपना मन नहीं बदला.

Advertisement

#WATCH मथुरा, उत्तर प्रदेश: #ViratKohli और अनुष्का शर्मा उत्तर प्रदेश के वृंदावन पहुंचे। pic.twitter.com/qkcteEXHSy

— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 13, 2025

Advertisement

इंस्टाग्राम पर विराट कोहली का पोस्ट

कोहली ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में लिखा, "14 साल हो गए हैं जब मैंने पहली बार टेस्ट क्रिकेट में बैगी ब्लू पहना था. ईमानदारी से कहूं तो मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह यात्रा कैसी रहेगी. इसने मेरी परीक्षा ली, मुझे आकार दिया और ऐसे सबक सिखाए जिन्हें मैं जीवन भर अपने साथ रखूंगा. सफेद कपड़े पहनकर खेलना मेरे लिए बहुत ही पर्सनल अनुभव रहा है. वो शांति से संघर्ष करना, वो लंबे दिन, वो छोटे पल, जिन्हें कोई नहीं देखता, लेकिन वो हमेशा आपके साथ रहते हैं."

यह भी पढ़ें: भाइयों ने सीता के भात का न‍िमंत्रण ठुकराया, मुस्‍लिमों ने भरा मायरा