NSS Survey Report: राजस्थान में 27% लोगों को जोड़ना-घटाना नहीं आता, इस मामले में यूपी-एमपी को पछाड़ा

2011 में हुई जनगणना के अनुसार राजस्थान की कुल आबादी 8.1 करोड़ के आसपास है. नेशनल सैंपल सर्वे में यह सामने आया है कि राजस्थान में 27 प्रतिशत लोग ऐसे हैं, जो घटाना-जोड़ना नहीं जानते हैं.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
प्रतीकात्मक तस्वीर.

Rajasthan News: राजस्थान में 15 साल या उससे ज्यादा उम्र के 27 प्रतिशत लोगों को जोड़ना-घटाना नहीं आता है. यह आंकड़ा राजस्थान से लगते उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात और हरियाणा की तुलना में सबसे ज्यादा है. नेशनल सैंपल सर्वे (NSS) के काम्प्रीहेन्सिव एनुअल मॉड्यूलर सर्वे 2022-23 के मुताबिक उत्तर प्रदेश में 25.4 प्रतिशत, मध्य प्रदेश में 22 प्रतिशत, गुजरात में 15.8 प्रतिशत और हरियाणा में 15.1 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जिनका गणित कमजोर है.

इस मामले में यूपी-एमपी को पछाड़ा

हालांकि, राजस्थान में प्राइमरी एजुकेशन पाने के लिए पहली से पांचवी क्लास में एडमिशन लेने वाले 6 से 10 साल के बच्चों का आंकड़ा उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से ज्यादा है. राजस्थान में 90.2 प्रतिशत बच्चे प्राइमरी एजुकेशन ले रहे हैं. वहीं उत्तर प्रदेश में यह आंकड़ा 85.6 प्रतिशत और मध्य प्रदेश में 89.9 प्रतिशत पर है. इतना ही नहीं, राजस्थान में 25 साल या उससे ज्यादा उम्र के ऐसे लोगों की संख्या भी मध्य प्रदेश से ज्यादा है, जिन्होंने 10वीं तक की पढ़ाई की हुई है. एमपी में यह आंकड़ा 30.8 प्रतिशत है, जबकि राजस्थान में 33.4 प्रतिशत लोग मैट्रिक्स पास हैं.

Advertisement

राजस्थान में कितने लोग अनपढ़ हैं?

राजस्थान की कुल आबादी में 6 से 18 साल की उम्र वाले 2.6 प्रतिशत लोग ऐसे हैं, जो कभी स्कूल नहीं गए. जब उनसे इसका कारण पूछा गया तो 7.9 प्रतिशत लोगों ने फाइनेंशियल प्रॉब्लम को वजह बताया. वहीं, 15.3 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उन्हें पढ़ाई करना पसंद नहीं है. 33.4 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उनके माता-पिता स्कूल भेजना नहीं चाहते. 12.1 प्रतिशत लोग ऐसे थे जो खराब स्वास्थ्य और डिसेबिलिटी के कारण स्कूल नहीं जा सके. वहीं, 31.3 प्रतिशत लोगों ने पढ़ाई न करने का कोई कारण नहीं बताया.

Advertisement

यहां देखें पूरी रिपोर्ट

राजस्थान में कितने प्रतिशत लोग ग्रेजुएट हैं?

एनएसएस की सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक, राजस्थान में कुल 95 प्रतिशत लोग पढ़ना-लिखना जानते है . मगर इनमें से सिर्फ 19 प्रतिशत लोगों ने साइंस एंड टेक्नोलॉजी में ग्रेजुएट किया है. उत्तर प्रदेश में ऐसा करने वाले 22.6 प्रतिशत लोग हैं. वहीं मध्य प्रदेश में 31 प्रतिशत, हरियाणा में 24.8 प्रतिशत और गुजरात में ऐसा करने वाले 31.8 प्रतिशत लोग हैं.

Advertisement
राजस्थान में प्रति व्यक्ति मेडिकल पर खर्च?

राजस्थान का हर शख्स अस्पताल में भर्ती होने के बाद औसतन अपने इलाज पर हर साल 715 रुपये से लेकर 1092 रुपये तक खर्च करता है. लेकिन अस्पताल में भर्ती हुए बिना, बाहर इलाज कराकर, सिर्फ 30 दिनों में 94 रुपये से 107 रुपये तक औसतन खर्च करता है.

राजस्थान में कितने लोग स्मार्टफोन चलाना जानते हैं?

नेशनल सैंपल सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक, राजस्थान में 15 साल या उससे ज्यादा उम्र के सिर्फ 83.5 प्रतिशत लोग स्मार्टफोन चलाना जानते हैं. मध्य प्रदेश में ऐसे लोगों की संख्या 81.9 प्रतिशत है. वहीं, गुजरात में 85.8 प्रतिशत, हरियाणा में 86.3 प्रतिशत और उत्तर प्रदेश में 84.6 प्रतिशत है. राजस्थान में लगभग इतना ही परसेंटेज उन लोगों का है जिन्होंने पिछले 3 महीने में कम से कम एक बार अपने एक्टिव सिम कार्ड के साथ अपने फोन का यूज किया है.

राजस्थान में कितने लोग इंटरनेट चलाना जानते हैं?

राजस्थान में 15 साल या उससे ज्यादा उम्र के 59.6 लोग ही इंटरनेट चलाना जानते हैं. मध्य प्रदेश में इंटरनेट यूजर्स की संख्या 58.2 प्रतिशत है. गुजरात में 69.4 प्रतिशत, हरियाणा में 68.5 प्रतिशत और यूपी में 53.2 प्रतिशत इंटरनेट यूजर्स हैं.

ये भी पढ़ें:- जयपुर में भूखे-प्यासे तीन दिन से पानी की टंकी पर बैठे युवक; SI भर्ती परीक्षा रद्द करने की कर रहे मांग