भरतपुर का एकमात्र श्री गंगा मंदिर जहां मगरमच्छ पर सवार होती हैं मां, गंगा दशहरा पर यहां उमड़ता श्रद्धालुओं का सैलाब
भारत का एकमात्र भव्य महारानी श्री गंगा मंदिर भरतपुर में स्थित है.गंगा दशहरा पर यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है. इसका निर्माण कार्य महाराजा बलवंत सिंह ने शुरू करवाया था और इसे पूरा होने में पांच पीढ़ियां लग गईं.
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पांचवीं पीढ़ी के महाराजा बृजेंद्र सिंह ने 22 फरवरी 1937 को मां की मूर्ति स्थापित की थी. मूर्ति में स्थापित मूर्ति प्राचीन सफेद संगमरमर से बनी मगरमच्छ पर सवार गंगा महारानी की भव्य मूर्ति है. उनके बगल में राजा भगीरथ की चार फीट ऊंची मूर्ति है, जो मां गंगा को प्रणाम कर रही है.
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महारानी श्री गंगा मंदिर में भक्तों को प्रसाद के रूप में और देवी के अभिषेक के लिए गंगाजल वितरित किया जाता है. मंदिर परिसर में रियासतकालीन तीन कुंड हैं, जिनमें टैंकरों के जरिए हरिद्वार से गंगाजल लाकर यहां संग्रहित किया जाता है. साल भर में अभिषेक और प्रसाद में 15 हजार लीटर गंगाजल का उपयोग होता है.