Shotgun Shooting Championship: देश की पश्चिमी सरहद पर बसा जैसलमेर जिसे लोग पिछड़ा कहते थे, लेकिन बदलते वक्त के साथ साथ यहां भी बदलाव आया है. जैसलमेर में पश्चिमी राजस्थान की पहली जेएसएम शूटिंग रेंज के एक खिलाड़ी ने फिर जैसलमेर का नाम रोशन किया है. जेएसएम शूटिंग रेंज के शूटर आयुष अरोड़ा ने 43वीं गुजरात स्टेट शॉटगन शूटिंग चैम्पियनशिप कॉम्पिटिशन में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए सटीक निशाना लगाते हुए गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया. आयुष की सफलता से जैसलमेर के खेल जगत में खुशी की लहर है. जेएसएम शूटिंग रेंज के शूटरों के साथ-साथ जिले के कई खेलप्रेमियों ने आयुष को बधाई दी है.
23 वर्षीय आयुष ने देश के 11 शूटरों को पीछे छोड़ा
आयुष के कोच केसरी सिंह बताते है कि 43वीं गुजरात स्टेट शॉटगन शूटिंग चैम्पियनशिप कॉम्पिटिशन में शॉटगन स्कीट की मेन प्रतियोगिता में आयुष अरोड़ा ने हिस्सा लिया था, जिसमें आयुष के अलावा 12 शूटर्स और भी शामिल थे. इस प्रतियोगिता में 23 वर्षीय आयुष ने 21 से 45 उम्र की मेन प्रतियोगिता में हिस्सा लिया.
हवा में उड़ती क्ले पीजन पर बनाना होता है निशाना
कोच ने आगे बताया कि इस शूटिंग कॉम्पिटिशन में हर शूटर को 50 शॉट मिलते हैं. अपनी गन से हवा में अचानक उड़ती क्ले पीजन को कुछ ही सेकेंड में निशाना लगाकर आयुष ने 50 में से 36 शॉट सटीक निशाने पर लगाए और क्ले को हिट करते हुए गोल्ड मेडल जीतकर जैसलमेर का नाम एक बार फिर रोशन किया.
अहमदाबाद फायरिंग रेंज में आयोजित हुई प्रतियोगिता
बता दें कि यह प्रतियोगिता गुजरात के आमसरा, अहमदाबाद डिस्ट्रिक्ट राइफल एसोसिएशन की फायरिंग रेंज में आयोजित हो रही है. इस शूटिंग प्रतियोगिता में देशभर के करीब 200 शूटर्स हिस्सा ले रहे हैं.प्रतियोगिता 12 से 18 अप्रैल तक आयोजित की जा रही है. इस प्रतियोगिता के पहले ही दिन जेएसएम शूटिंग रेंज के शूटर आयुष अरोड़ा ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए गोल्ड जीता.
जैसलमेर में पश्चिमी राजस्थान की पहली रेंज जहां तैयार हो रहे शूटर्स
पश्चिमी राजस्थान की पहली शूटिंग रेंज जैसलमेर में स्थापित है. इस शूटिंग रेंज की स्थापना केसरी सिंह नाचना, महेंद्र सिंह सत्तो और अंगद सिंह सरोया ने मिलकर जैसलमेर के डाबला में की है. पश्चिमी राजस्थान की इस पहली रेंज जेएसएम रेंज में शूटर्स तैयार हो रहे है.
इस रेंज में 18 शूटर शूटिंग का अभ्यास कर रहे है. कोच केसरी सिंह बताते है कि उनका सपना है कि जैसलमेर के खिलाड़ी ओलिंपिक में हिस्सा लेकर गोल्ड जीते और जैसलमेर के साथ-साथ भारत का नाम भी रोशन करे. अब तक यह सुविधाए केवल जयपुर में ही है.
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