Barmer: भारत- पाकिस्तान सीमा पर बसे छोटे से गांव तामलोर (बाड़मेर) के युवा सरपंच हिंदू सिंह गणतंत्र दिवस समारोह में विशिष्ट अतिथि होंगे. उन्हें यह सम्मान अपने गांव में जल संरक्षण पर किए गए कार्यों की वजह से मिला है. इस गांव की कुल आबादी 5000 है और सरंपच ने 1600 घरों में नल कनेक्शन उपलब्ध कराया है. इसके अलावा गांव में तालाब-कुओं जैसे परंपरागत जल स्रोत को भी पुनर्जीवित किया. साथ ही बरसाती पानी को सहेजने के लिए ग्राम में टांको का निर्माण करवाया. उनके इस काम को पिछले साल अगस्त महीने में राज्यपाल ने भी सराहा था. बाड़मेर प्रवास के दौरान राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने गांव का दौरा किया था और सरपंच के कामों की सराहना की थी. इसी के बाद वह काफी चर्चा में आए थे.
जल मिशन योजना के तहत हर घर में पहुंचाया पेयजल
खास बात यह है कि इस गांव का हर घर नल से जुड़ा हुआ हैं. केंद्र सरकार की 'जनता जल मिशन योजना' के सहयोग से सरपंच ने घरों तक पानी पहुंचाया है. गांव में आर्मी द्वारा 1965 में बनाएं गए तालाब की साफ-सफाई का पूरा जिम्मा उठाया. उन्होंने मनरेगा के तहत वर्षा जल संचय के लिए बनाएं गए 100 से अधिक वाटर टैंक भी बनवाए. इन्हीं उल्लेखनीय कार्यों के चलते उन्हें गणतंत्र दिवस समारोह का आमंत्रण मिला है.
जरूरतमंदों को आवास और बच्चों की शिक्षा के लिए भी किया शानदार काम
हिंदू सिंह तामलोर गडरा रोड़ ग्राम पंचायत के तामलोर गांव से 10 साल लगातार दूसरी बार सरपंच हैं. उन्होंने क्षेत्र में सबसे पहले हर घर नल पहुंचाने काम पूरा करने वाली यह पहली ग्राम पंचायत है. साथ ही कई बेहतरीन काम किए हैं. इसके अलावा अपनी ग्राम पंचायत में पक्की सड़कें और जरूरतमंदों को आवास, बच्चों की शिक्षा सहित कई योजनाओं का लाभ दिलाने के मामले में भी यह क्षेत्र अग्रणी रहा है.
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