जोधपुर के विशाल ने लंदन की छात्र-राजनीति में फहराया परचम, ब्रूनेल यूनिवर्सिटी में इस पद पर हुए निर्वाचित!

जोधपुर के एक छोटे से गांव से निकले विशाल परिहार ने अपना ग्रेजुएशन जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय से किया, इसी दौरान उनकी रूचि छात्र राजनीति में रही. अब उन्होंने लंदन के छात्र राजनीति में पद हासिल करके देश का नाम रोशन किया है.

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विशाल परिहार की तस्वीर

Brunel University Student Politics: राजस्थान की धरती ने फिर एक बार सात समुंदर पार अपने काबिलियत का परचम लहराया है. जोधपुर जिले के मथानिया गांव से आने वाले विशाल परिहार ने लंदन के ब्रुनेल यूनिवर्सिटी (Brunel University London) की छात्र राजनीति (Student Politcs) में अपना बड़ा परचम लहराया है. सामान्य किसान परिवार से आने विशाल लंदन की ब्रुनेल यूनिवर्सिटी के 'शिक्षा एवं कल्याण अधिकारी'( Education and Welfare Officer) के पद पर निर्वाचित हुए हैं.

बता दें कि 150 देशों के करीब 18000 से अधिक छात्र लंदन की इस यूनिवर्सिटी में अध्ययन कर रहे हैं, वहीं करीब 5000 के करीब भारतीय छात्र इसी विश्वविद्यालय के छात्र भी है. विशाल की जीत की खुशी सात समुंदर पार मथानिया के ग्रामीण क्षेत्र में भी देखी गई. विशाल परिहार वर्तमान में लंदन की ब्रुनेल यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल बिजनेस में एमएससी की पढ़ाई कर रहे हैं.

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शुरू से ही रही छात्र राजनीति में रुचि

जोधपुर के छोटे से मथानिया गांव के मूल निवासी विशाल परिहार की प्रारंभिक शिक्षा जोधपुर में ही हुई है. वहीं उच्च शिक्षा में जोधपुर के जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय से बीकॉम में स्नातक कर चुके हैं. जहां आगे की शिक्षा लेने के लिए लंदन चले गए थे और वहां छात्र राजनीति में कदम रखने के बाद पहला चुनाव सोसायटी गिल्ड सदस्य का लड़ा और जीतें. वहीं वर्ष 2023 में छात्र सभा सदस्य का चुनाव लड़ा और जीत हासिल कर सदस्य बनें. विशाल की शुरू से ही छात्र राजनीति में रुचि रही है. उन्होंने अपने इस सफलता का श्रेय भारतवासियों के साथ ही अपने माता-पिता को दिया. विशाल के पिता तेजाराम मथानिया में ही व्यवसाय करते हैं और उनकी मां ग्रहणी है.

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छात्र हितों में रहते है अग्रणी

विशाल जेएनवीयू में भी स्नातक की शिक्षा लेने के दौरान विद्यार्थियों के हितों से जुड़े मुद्दों को हमेशा बेबाकी के साथ उठाते रहे हैं. वही लंदन जाने के बाद भी उन्होंने अपने इस जुनून को कायम रखा और छात्र हितों के लिए हमेशा आगे रहें. ब्रुनेल यूनिवर्सिटी में 150 देशों के 18 हजार छात्रों में 5 हजार के करीब भारतीय छात्र हैं, जो हमेशा भारतीय छात्रों और छात्रनेताओं के साथ खड़े रहते है.

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