राजस्थान के 15 IAS और 3 IPS को मिली बिहार में चुनाव करवाने की ज़िम्मेदारी, बनाया गया पर्यवेक्षक 

आयोग की आंख और कान के रूप में, केंद्रीय पर्यवेक्षकों को सभी चुनावी कानूनों, नियमों और दिशानिर्देशों से खुद को परिचित करने, सीधे क्षेत्र से जानकारी प्रदान करने और उनका सख्त और निष्पक्ष अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए कहा गया. 

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इन पर्यवेक्षकों में आईपीएस अजयपाल लांबा और आईएएस मनीषा अरोड़ा भी शामिल हैं.

Rajasthan: चुनाव आयोग ने बिहार राज्य विधानसभा चुनावों और उपचुनावों के लिए तैनात किए जाने वाले केंद्रीय पर्यवेक्षकों को जानकारी दी है. जिसमें, राजस्थान से 15  IAS और तीन 3 आईपीएस को पर्यवेक्षक लगाया गया है. भारत के चुनाव आयोग ने आज बिहार विधानसभा के आगामी आम चुनाव और कुछ राज्यों में उपचुनावों के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षकों के रूप में तैनात किए जाने वाले सामान्य, पुलिस और व्यय पर्यवेक्षकों के लिए एक ब्रीफिंग का आयोजन किया. 

इस बैठक में 287 आईएएस अधिकारी, 58 आईपीएस अधिकारी और आईआरएस/आईआरएएस/आईसीएएस और अन्य सेवाओं के 80 अधिकारियों सहित 425 अधिकारियों ने भाग लिया. यह ब्रीफिंग बैठक आईआईआईडीईएम, नई दिल्ली में आयोजित की गई थी. राजस्थान से 15  IAS और तीन 3 आईपीएस को पर्यवेक्षक लगाया गया है.

IAS जो लगेंगे बिहार चुनाव में पर्यवेक्षक 

देबाशीष पृष्टि, मंजू राजपाल, अम्बरीष कुमार, आरुषि अजय मलिक, जोगाराम, रोहित गुप्ता, शुचि त्यागी, अर्चना सिंह, राजन विशाल, मनीषा अरोड़ा, एमएल चौहान, पुष्पा सत्यानी, रश्मि शर्मा, आशीष मोदी, बचनेश कुमार अग्रवाल. इसके अलावा आईपीएस अधिकारियों में राघवेंद्र सुहासा, शरत कविराज,अजय पाल लांबा का नाम शामिल.

मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने चुनाव आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू और डॉ. विवेक जोशी के साथ केंद्रीय पर्यवेक्षकों को जानकारी दी है.  पर्यवेक्षकों को संबोधित करते हुए सीईसी ज्ञानेश कुमार ने उन्हें लोकतंत्र का प्रकाश स्तंभ बताया. आयोग की आंख और कान के रूप में, केंद्रीय पर्यवेक्षकों को सभी चुनावी कानूनों, नियमों और दिशानिर्देशों से खुद को परिचित करने, सीधे क्षेत्र से जानकारी प्रदान करने और उनका सख्त और निष्पक्ष अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए कहा गया. 

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