सिरोही जिले के पहाड़ी पर्यटन स्थल माउंट आबू से शनिवार सुबह एक अनोखा और रोमांचक नजारा देखने को मिला. नक्की झील के किनारे स्थित भगवान श्रीराम के प्रसिद्ध रघुनाथजी मंदिर में सुबह आरती से ठीक पहले दो जंगली भालू पहुंच गए. मंदिर परिसर में भालुओं की मौजूदगी से वहां मौजूद पुजारी और कर्मचारी घबरा गए और कुछ समय के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया.
खाने की तलाश में जुटे रहे भालू
सुबह करीब 6 बजे मंदिर खुलने की तैयारी चल रही थी, तभी पहाड़ी रास्ते से दो भालू मंदिर की ओर आ गए. कुछ देर तक दोनों भालू मंदिर परिसर में चहल-कदमी करते रहे और आसपास के क्षेत्र का बारीकी से निरीक्षण करते हुए जैसे खाने की तलाश में जुटे रहे. बताया जा रहा है कि वे मुख्य मंदिर द्वार तक भी पहुंच गए थे.
मंदिर में पुजारी और कर्मचारी ही मौजूद थे
सौभाग्य से उस समय मंदिर में केवल पुजारी और कुछ कर्मचारी ही मौजूद थे. उन्होंने सजगता और साहस का परिचय देते हुए शोर मचाकर और डंडे बजाकर दोनों भालुओं को मंदिर से बाहर की ओर भगा दिया. थोड़ी ही देर में दोनों भालू जंगल की दिशा में लौट गए.
माउंट आबू क्षेत्र में भालुओं की आवाजाही बढ़ी
गनीमत रही कि इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई. स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले कुछ समय से माउंट आबू क्षेत्र में भालुओं की आवाजाही बढ़ी है, जिससे वन विभाग को भी अब सतर्क रहने की जरूरत है. वन विभाग की टीम को इसकी सूचना दे दी गई है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचाव के लिए आवश्यक कदम उठाए जा सकें. यह घटना चर्चा का विषय बनी हुई है, क्योंकि यह वही रघुनाथजी मंदिर है जहां भगवान श्रीराम अकेले विराजमान हैं और जहां रोजाना सैकड़ों श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं.
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