Jagannath Rath Yatra: 21 बंदूकों की सलामी, 80 KG चांदी से बना रथ... उदयपुर में भगवान जगन्नाथ की अद्भुत रथ यात्रा

उदयपुर में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा जगदीश मंदिर पर 21 बंदूकों की सलामी के साथ निकली. जिस रथ में भगवान जगन्नाथ सवार हैं, उसको 80 किलो चांदी से बनाया गया है.

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उदयपुर में निकली भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा

Jagannath Rath Yatra 2024: जगन्नाथ पुरी और अहमदाबाद की तरह राजस्थान के उदयपुर में भी भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जा रही है. उदयपुर में 21 बंदूकों की सलामी के साथ भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा आरंभ हुई है. भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा में बड़ी संख्या में भक्त निकले. रथ यात्रा में भगवान जगन्नाथ स्वामी, माता महालक्ष्मी, दानी रायजी की श्रृंगारित मनमोहन प्रतिमाएं राजसी वस्त्र धारण किए हुए हैं. 

भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा (Jagannath Rath Yatra) जगदीश मंदिर पर 21 बंदूकों की सलामी के  साथ निकली. रथयात्रा समिति के अध्यक्ष राजेंद्र श्रीमाली ने बताया कि पूरे शहर का चक्कर लगा कर रथ यात्रा पुनः जगदीश मंदिर आती है, जहां पर भगवान जगन्नाथ की महाआरती होती है. 

भगवान को रजत रथ में बैठाने के साथ ही यात्रा के पूरे मार्ग पर हजारों की संख्या में केसरिया झंडे लगाए गये. यात्रा में शामिल होने वाले भक्त और रथ को खींचने वाले भक्त पारंपरिक ड्रेस सफेद कुर्ता, पायजामा, धोती, अंगरखी सिर पर पाग धारण किए. विशाल रथ रथयात्रा में अलग-अलग झांकियां को भी शामिल किया गया. 

भगवान जगन्नाथ के पुराने रथ को बिना किसी नुकसान के नये रूप में बनाया गया गया है. पहले 49.700 किलो की चांदी से रथ बना था, लेकिन अब इसमें 30 किलो चांदी जोड़ा गया. यानी रथ को बनाने के लिए कुल 80 किलो चांदी का इस्तेमाल हुआ है. इसके साथ ही रथ के शिखर पर सोने का छत्र है. इस रथ को पिछले दो महीने से तैयार किया जा रहा था. 

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भगवान के सिंहासन को यथावत रखा गया है. नए खम्भों पर हैदराबादी नक्काशी की गई है और रथ के शिखर के कलश पर सोने का वर्क किया गया है. रथ को समिति के सदस्य बारी-बारी से खींचते हैं. इसमें करीब 150 सदस्यों की एक टीम यह काम करती है. इसके साथ ही यात्रा में शामिल होने वाले भक्त भी सहयोग करते हैं.