बहुचर्चित देवी राम मुल्लाका हत्याकांड के 3 और आरोपी गिरफ्तार, 10 दिन के अंदर पकड़े गए 7 इनामी बदमाश  

3 साल पहले बहुचर्चित रहे देवी राम मुल्लाका हत्याकांड के तीन और आरोपियों को पकड़ लिया है. मात्र 10 दिनों के अंदर एजीटीएफ ने घटना में फरार सात आरोपियों को पकड़ लिया है.

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राजस्थान में एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स पुलिस मुख्यालय की टीम बड़ी कार्रवाई करते हुए डीग जिले के कामां थाना इलाके में 3 साल पहले बहुचर्चित रहे देवी राम मुल्लाका हत्याकांड के तीन और आरोपियों को पकड़ लिया है. तीनों आरोपियों पर एसपी डीग द्वारा 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित है. 3 साल से फरार चल रहे तेरह आरोपियों में से सात को पिछले 10 दिनों में एजीटीएफ ने पकड़कर कामां पुलिस को सुपुर्द किया है.
     
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स एवं अपराध दिनेश एमएन ने बताया कि उपमहानिरीक्षक पुलिस योगेश यादव के सुपरविजन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एजीटीएफ विद्या प्रकाश के नेतृत्व में वांछित अपराधियों और गैंगस्टरों के बारे में खुफिया जानकारी जुटाने के लिए एएसआई शैलेंद्र कुमार शर्मा, हैड कांस्टेबल मदनलाल शर्मा व कांस्टेबल बृजेश कुमार शर्मा की एक टीम भरतपुर रेंज की ओर रवाना की गई है.

25 हजार के ईनामी बदमाश गिरफ्तार

एडीजी एमएन ने बताया कि शनिवार को टीम को मिली सूचना पर एसपी डीग राजेश मीणा के समन्वय व एसएचओ कामां मनीष शर्मा मय टीम के सहयोग से 25-25 हजार के इनामी आरोपी बनवारी गुर्जर, रामेश्वर गुर्जर और भगत सिंह गुर्जर को कस्बा कामां से पकड़ा गया.
     
एमएन ने बताया कि 11 जून 2021 की सुबह खरीदारी करने बाइक लेकर कामां के लिए निकले देवी राम गुर्जर निवासी मुल्लाका पर पुरानी रंजिश के चलते गांव के ही रामावतार पक्ष के 20-22 व्यक्तियों ने लोहे के सरियों और लाठियों से हमला कर दिया और मरा समझकर हवाई फायर करते हुए गांव आये. गांव में भी फायरिंग की. जिसमे तीन बच्चे और चार अन्य घायल हो गए. गंभीर घायल देवीलाल ने जयपुर लाते समय महुआ से पहले दम तोड़ दिया.

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मामले में थाना पुलिस द्वारा पहले आठ व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया था. घटना के बाद से ही 13 आरोपी फरार चल रहे थे. जिन पर 25-25 हजार का इनाम घोषित किया गया. मामले में एजीटीएफ ने 26 जून को पलवल से आरोपी राम अवतार गुर्जर एवं थाना खोह से बबलू गुर्जर को और 4 जुलाई को कैथवाड़ा के पास से बलराज गुर्जर व रामप्रसाद गुर्जर को डिटेन किया गया था. मात्र 10 दिनों के अंदर एजीटीएफ ने घटना में फरार सात आरोपियों को पकड़ लिया है.

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