जयपुर में चलेगी 300 CNG-AC और 150 इलेक्ट्रिक बस, कम होगा किराया

जयपुर में परिवहन सुविधा का विस्तार करने की तैयारी सरकार कर रही है. इसके तहत जयपुर शहर में सीएनजी-एसी और इलेक्ट्रिक बसें चलायी जाएगी.

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Rajasthan News: राजस्थान की राजधानी जयपुर में परिवहन सुविधा का विस्तार करने की तैयारी सरकार कर रही है. इसके तहत जयपुर शहर में सीएनजी-एसी और इलेक्ट्रिक बसें चलायी जाएगी. इस बारे में  स्वायत्त शासन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)  झाबर सिंह खर्रा ने बुधवार (5 फरवरी) को विधानसभा में कहा कि जयपुर शहर में सार्वजनिक परिवहन की सुविधा में विस्तार करने के लिए 300 सीएनजी चलित एसी मिनी बसों की निविदा प्रक्रिया जारी है. इसकी तकनीकी निविदा 6 फरवरी को खोली जाएगी एवं इसके बाद परीक्षण कर अग्रिम कार्यवाही की जाएगी.

झाबर सिंह खर्रा ने बताया कि इसके अतिरिक्त पीएमई बस सेवा योजना में नई 150 इलेक्ट्रिक बसें चलाने के लिए भी केन्द्र सरकार के स्तर से निविदा 2 जनवरी 2025 को खोली जा चुकी है.

कम खर्च में बेहतरीन परिवहन सुविधाएं

स्वायत्त शासन मंत्री प्रश्नकाल के दौरान सदस्य द्वारा इस सम्बन्ध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे. उन्होंने सदन को आश्वस्त किया कि जयपुर शहर में परिवहन की कमी को दूर करने के लिए सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के आपसी समन्वय एवं संसाधनों का सदुपयोग कर नई इलेक्ट्रिक एवं सीएनजी बसें चलाने की कार्यवाही भी की जा रही है. इन बसों का संचालन प्रतिदिन न्यूनतम किराये के अनुसार भुगतान कर किया जायेगा तथा सरकार इन बसों में परिचालक नियुक्त कर आय अर्जित कर पायेगी. इससे आमजन को कम खर्च में बेहतरीन परिवहन सुविधाएं मिलेंगी.

इससे पहले विधायक कालीचरण सराफ के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में स्वायत्त शासन मंत्री ने बताया कि शहरी मामलों के मंत्रालय के मानकों के तहत पब्लिक ट्रांसपोर्ट में 10 हजार की आबादी पर 6 बसों के हिसाब से 40 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों के लिए 2 हजार 400 बसों का प्रावधान है. वर्तमान में जेसीटीएसएल द्वारा जयपुर शहर में 27 मार्गों पर 200 बसों का संचालन किया जा रहा है. 

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उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त आमजन को सार्वजनिक परिवहन की सुविधा के लिए परिवहन विभाग द्वारा निर्धारित 43 मार्गों पर 2 हजार 424 मिनी बसों पर परमिट जारी हैं. साथ ही 41 हजार 913 ऑटो रिक्शा (थ्री-व्हीलर) एवं 45 हजार 508 ई-रिक्शा पंजीकृत हैं.

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