501 कलश लेकर मोती डूंगरी पहुंची महिलाएं, पंचामृत से अभिषेक; एक लाख से ज्‍यादा भक्‍तों ने क‍िए दर्शन

महिलाएं विशेष चूंदड़ी की साड़ी पहनकर नृत्य करते हुए मोती डूंगरी गणेश मंदिर पहुंची. 1.25 लाख लड्डुओं से झांकी सजाई गई है.

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501 कलश से मोती डूंगरी के गणेश जी का अभिषेक किया गया.

जयपुर के मोती डूंगरी गणेश मंदिर में गणेश चतुर्थी महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. नौ दिवसीय गणेश चतुर्थी महोत्सव का आज दूसरा दिन है. आज सुबह से ही मंदिर प्रांगण में श्रद्धालुओं की भीड़ रही. मंदिर प्रांगण गजानंद महाराज की जय के जयकारे से गूंजता रहा.

शिव मंदिर से कलश लेकर पहुंचीं 

दूसरे दिन के महोत्सव में सुबह 501 महिलाएं कलश यात्रा में पहुंची. महिलाएं अपने साथ शिवमन्दिर से कलश में जल लेकर पहुंची. इसके बाद मंदिर में महिलाओं के ले गए कलश से भगवान श्री गणेश का अभिषेक किया गया. इसके बाद गणेश जी का पंचामृत से अभिषेक किया गया.

मोती डूंगरी के गणेश जी का अभिषेक किया.

पहले दिन 1 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे

महोत्सव के पहले दिन मोती डूंगरी मंदिर में 1.25 लाख लड्डुओं से झांकी सजाई गई. इसमें 251 किलो के दो लड्डू भी रखे गए. इस विशेष झांकी और भव्य आयोजन को देखने के लिए मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. पहले दिन करीब 1 लाख 10 हजार श्रद्धालुओं ने भगवान श्री गणेश के दर्शन किए.

14,600 किलो सामग्री का उपयोग हुआ

मोदकों को बनाने में 14,600 किलो सामग्री का उपयोग हुआ. जिसमें 2,500 किलो घी, 3,000 किलो बेसन, 9,000 किलो शक्कर और 100 किलो मेवा सम्मिलित रहे. प्रसाद स्वरूप भक्तों को निशुल्क मोदक वितरित किए गए. मोदक, जो कि भगवान गणेश का प्रियतम भोग माना जाता है.

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 26 अगस्त को भगवान गणेश की महंदी की रस्म

इसके अलावा मंदिर के महंत ने बताया कि तय कार्यक्रम के अनुसार 22 से 25 अगस्त तक मंदिर परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे, जबकि 26 अगस्त को मेहंदी पूजन की रस्म होगी जिसमें परंपरा के अनुसार, पाली के सोजत से मंगवाई गई 3,100 किलोग्राम मेहंदी भगवान गणेश की मूर्ति पर संकेतात्मक रूप से लगाई जाएगी. 

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