Rajasthan: राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और 6 कांग्रेस विधायकों को निलंबित करने का मामला गरमाता जा रहा है. शुक्रवार को बजट सत्र के दौरान इंदिरा गांधी के बयान को लेकर सत्ता पक्ष द्वारा सदन में हंगामा करने के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा समेत 6 कांग्रेस विधायकों को बजट सत्र की कार्यवाही से निलंबित कर दिया.
पीसीचीफ के समर्थन में उतरी सारिका सिंह चौधरी
वही राजस्थान प्रदेश कांग्रेस महिला प्रदेश अध्यक्ष सारिका सिंह चौधरी ने इस मुद्दे को लेकर सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि कल का दिन राजस्थान की विधानसभा में ऐसा रहा है जब मर्यादा तार-तार हुई. इस दिन को काले पन्नों में, काले शब्दों में लिखा जाएगा. उन्होंने पीसीचीफ के समर्थन में आते हुए कहा कि इस देश की एकमात्र महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को पूरी दुनिया ने इतना सम्मान दिया, लेकिन तत्कालीन सत्ताधारी पार्टी के एक मंत्री उनके बारे में अभद्र टिप्पणी कर रहे हैं. इतना ही नहीं, भाजपा के सभी विधायक इस मंत्री के समर्थन में खड़े होकर शोर मचा रहे हैं और सदन की कार्यवाही को बाधित कर रहे हैं. यह राजस्थान ही नहीं बल्कि पूरे भारत के लिए शर्मनाक है.
सड़कों पर उतरकर जताया जाएगा विरोध - सारिका सिंह
सारिका सिंह ने भजनलाल सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार लोकतांत्रिक ढांचे और संविधान की मर्यादा को तार-तार करने में लगी हुई है. सरकार के एक मंत्री ने देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की. जब पीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और अन्य कांग्रेस विधायकों ने इस मामले में विरोध जताया तो सत्ता का दुरुपयोग करते हुए उन्हें 6 दिन के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया. लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ता इस तानाशाही को बर्दाश्त नहीं करेंगे और इसका पुरजोर विरोध करेंगे. सदन के अंदर सरकार की इस तानाशाही का सड़कों पर उतरकर विरोध किया जाएगा. राजस्थान की धरती वीरों की धरती है. यह शांतिप्रिय प्रदेश है, इसमें हम तानाशाही नहीं चलने देंगे.
सदन में कब और कैसे हुआ हंगामा
प्रश्नकाल में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत के जवाब के दौरान जमकर हंगामा हुआ. मामला तब और बढ़ गया जब मंत्री गहलोत ने कहा कि कांग्रेस ज्यादातर योजनाओं का नाम 'आपकी दादी' के नाम पर रखती थी. इस बयान पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कड़ी आपत्ति जताते हुए पूछा कि क्या आप पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को 'दादी' कहकर संबोधित करते हैं. इस बयान पर कांग्रेस विधायक भड़क गए और वेल में आकर नारेबाजी और हंगामा करने लगे. कांग्रेस विधायक गोविंद सिंह डोटासरा विधानसभा सचिव की टेबल पर पहुंच गए और मंत्री से माफी मांगने की मांग करने लगे.
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