NDTV World Summit Day 2: देश की राजधानी दिल्ली में चल रहे एनडीटीवी वर्ल्ड समिट 2025 के दूसरे दिन केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने भारत के 6G प्लान्स (6G Plan) को लेकर एक बड़ा विजन पेश किया. एनडीटीवी के विष्णु सोम के साथ बातचीत में केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने स्पष्ट किया कि 6G तकनीक पिछली किसी भी पीढ़ी के नेटवर्क से पूरी तरह अलग होगी और यह केवल तेज इंटरनेट तक सीमित नहीं रहेगी. मंत्री वैष्णव ने कहा कि 6G एक ऐसा नेटवर्क होगा, जो खुद सोचेगा. यह एक ऐसी तकनीकी क्रांति होगी जो मौजूदा नेटवर्क की सीमाओं को पार कर जाएगी.
2G, 3G, 4G, 5G से कितना अलग होगा 6G?
मंत्री ने समझाया कि 2G तक एक अलग आर्किटेक्चर था. 3G उसी पर बनाया गया था. 4G एक महत्वपूर्ण रूप से अलग आर्किटेक्चर था, और 5G को 4G के ऊपर विकसित किया गया था. लेकिन 6G पूरी तरह से सोचने का एक नया तरीका होगा, जहां नेटवर्क खुद सोच रहा होगा. उन्होंने 6G को एक सॉफ्टवेयर-डिफाइंड नेटवर्क बताया जो पूरे सिस्टम में लगातार उपलब्ध रहेगा. मंत्री ने कहा, 'आज जब आप नेटवर्क के बारे में सोचते हैं, तो एक टावर और एक मोबाइल डिवाइस होता है. कल, आपके हाथ में रखी हर चीज उस नेटवर्क का हिस्सा होगी.'
भारत ने 6G रिसर्च में बनाई बढ़त, 60 से ज्यादा पेटेंट
केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने इस बात पर जोर दिया कि भारत ने 6G रिसर्च में अच्छी बढ़त बना ली है. इस दिशा में इंडस्ट्री और शिक्षा जगत (Academia) के साथ मिलकर 6G काउंसिल का गठन किया गया है. 6G के लिए भारत के पास पहले ही लगभग 60 से अधिक पेटेंट हैं, और यह संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है. यह काम पूरी तरह से उद्योग और शिक्षा जगत द्वारा संचालित है, जो 6G रिसर्च में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम है.
भारत 6G एलायंस और ग्लोबल चर्चा
भारत सरकार के सहयोग से भारत 6G एलायंस (B6GA) बनाया गया है, जिसमें डोमेस्टिक इंडस्ट्री, एकेडमिक इंस्टीट्यूशन, नेशनल रिसर्च इंस्टीट्यूट और स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन शामिल हैं. B6GA इस वक्त IPs और पेटेंट बढ़ाने, स्वदेशी समाधान और भारतीय स्टार्टअप्स और कंपनियों के संघों के निर्माण में मदद करने जैसे मुख्य लक्ष्यों पर काम कर रहा है.
क्रिस्टियानो आर अमोन से मिले थे पीएम मोदीवैष्णव ने बताया, 'हाल ही में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की क्वालकॉम (Qualcomm) प्रमुख क्रिस्टियानो आर अमोन से मुलाकात हुई थी. अमोन ने भी 6G की क्षमता पर जोर देते हुए कहा था कि यह सेंसिंग नेटवर्क (Sensing Networks) को तैनात करेगा, जो AI के युग के लिए अविश्वसनीय रूप से महत्वपूर्ण होगा, साथ ही यह तेज और सस्ता संचार भी प्रदान करेगा.'
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