Cyber Crime: 82 साल की बुजुर्ग मह‍िला को क‍िया ड‍िज‍िटल अरेस्‍ट, 8 द‍िन में 80 लाख रुपये खाते से कराए ट्रांसफर

Cyber Crime: 80 लाख रुपये को 150 से अधिक अन्य खातों में ट्रांसफर की गई थी. इसके बाद यूएसडीटी क्रिप्टोकरेंसी में बदला जा रहा था.

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जयपुर की साइबर क्राइम टीम ने साइबर ठगी करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है.

Cyber Crime: साइबर ठगों ने अजमेर की 82 साल की बुजुर्ग महिला को निशाना बनाया. 'डिजिटल अरेस्ट' का डर दिखाकर उनसे 80 लाख रुपये ऐंठ ली. राजस्थान साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन ने मुख्य खाताधारक को गिरफ्तार कर लिया है, जिसके बैंक खाते में ठगी की गई सारी रकम ट्रांसफर की गई थी. एसपी साइबर क्राइम शांतनु कुमार सिंह ने बताया कि ये घटना 23 नवंबर से 30 नवंबर, 2024 के बीच हुई. उन्होंने महिला को डिजिटल रूप से गिरफ्तार होने का डर द‍िखाया. कानूनी कार्रवाई से बचने के नाम पर उनसे 80 लाख रुपये अपने बैंक खाते में ट्रांसफर करवा लिए.

पश्चिम बंगाल से एक गिरफ्तार 

मामला अजमेर में दर्ज होने के बाद इसे साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन राजस्थान, जयपुर को ट्रांसफर कर द‍िया गया, जिसके बाद जांच में तेजी आई. साइबर थाने की विशेष टीम ने गहन जांच की. जांच में म‍िला की ठगी की गई 80 लाख रुपए एक ही बैंक खाते में ट्रांसफर की गई थी. यह खाता सोवन मंडल पुत्र संतोष निवासी धूलिया हावड़ा पश्चिम बंगाल का था. पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए सोवन मंडल को गिरफ्तार कर लिया है. पुल‍िस उससे पूछताछ कर रही है.

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क्रिप्टो में बदल रहे थे पैसे

जांच में खुलासा हुआ है कि सोवन मंडल के खाते से यह 80 लाख रुपये आगे 150 से अधिक अन्य खातों में ट्रांसफर की गई थी. सभी संदिग्ध खाताधारकों की पहचान की जा रही है. जांच में सामने आया क‍ि ठगी की गई रकम को विभिन्न खातों से होते हुए नकद निकासी के माध्यम से यूएसडीटी क्रिप्टोकरेंसी में बदला जा रहा था, जिससे पैसे को ट्रैक करना मुश्किल हो जाए.

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पहले भी 18 गिरफ्तार

इस मामले में पहले भी 18 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इन गिरफ्तारियों से 13 लाख नकद, 27 मोबाइल फोन, 43 डेबिट कार्ड, 19 पासबुक, विभिन्न बैंकों की 15 चेकबुक, 16 सिम कार्ड, 13 पैन कार्ड और आधार कार्ड, 1 लैपटॉप और 1 स्विफ्ट वीडीआई कार बरामद की गई है.

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पुलिस नेटवर्क का भंडाफोड़ में जुटी 

एसपी सिंह ने बताया कि ये साइबर ठग ठगी की गई राशि से मिले कमीशन का उपयोग अपने महंगे शौक पूरे करने में करते थे. आशंका जताई जा रही है कि गिरफ्तार किए गए इन ठगों का देश भर में कई अन्य साइबर ठगी के मामलों में भी हाथ हो सकता है. मामले में आगे की जांच जारी है, और पुलिस इस पूरे नेटवर्क का भंडाफोड़ करने में जुटी है. साइबर क्राइम पुलिस ने लोगों से ऐसी ठगी से सावधान रहने की अपील की है, और किसी भी संदिग्ध कॉल या मैसेज पर तुरंत पुलिस को सूचित करने का आग्रह किया है.

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