ACB Action: BJP नेता के बेटे की कंपनी, खनन पर 3 सवाल के बदले 10 करोड़... BAP विधायक रिश्वतकांड में कैसे फंसा

Rajasthan News: बीएपी विधायक ने खनन कंपनी के मालिक रविंद्र मीणा से शुरुआत में 10 करोड़ की डिमांड की गई थी, लेकिन बाद में 2.5 करोड़ में बीएपी विधायक और रविंद्र मीणा के बीच डील तय हुई.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
बीएपी विधायक जयकृष्ण पटेल- रविंद्र मीणा

ACB Action Against BAP MLA: राजस्थान में रविवार को बीएपी विधायक जयकृष्ण पटेल के खिलाफ एसीबी की कार्रवाई ने राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा कर दी है. यह राजस्थान के इतिहास का पहला मामला है, जब किसी विधायक को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है. 20 लाख रुपये की रिश्वत मामले में बागीदौरा से बीएपी विधायक की गिरफ्तारी के बाद चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. भारत आदिवासी पार्टी के विधायक जयकृष्ण पटेल अपने विधानसभा क्षेत्र से 600 किमी दूर करौली जिले की टोडाभीम विधानसभा में खनन करने वाली कंपनी को ब्लैकमेल कर रहे थे. 

बीजेपी नेता की है खनन कंपनी

बीएपी विधायक जयकृष्ण पटेल जिस कंपनी को ब्लैकमेल कर रहे थे. वह कंपनी टालकोस इंडिया एलएलपी है, जो बीजेपी नेता रामनिवास मीणा और उनके बेटे रविंद्र मीणा की है. रविन्द्र मीणा करौली से बसपा के टिकट पर 2023 में विधानसभा चुनाव लड़े थे, जबकि उनके पिता रामनिवास भाजपा से टोडाभीम से चुनाव लड़े थे.

Advertisement

11 जुलाई को लगाया था प्रश्न

विधायक जयकृष्ण पटेल के द्वारा ब्लैकमेल कांड की शुरुआत 11 जुलाई 2024 को उस वक्त हुई, जब बांसवाड़ा के बागीदौरा से बीएपी एमएलए पटेल ने विधानसभा में 5998 नंबर तारांकित प्रश्न लगाकर अवैध खनन, फार्म हाउस, वन्य जीव और नशा तस्करी जैसे गंभीर आरोप लगाए. इसके दो दिन बाद ही विधायक जयकृष्ण पटेल ने खान विभाग को लेकर 6284 नंबर पर एक और सवाल लगा दिया.

Advertisement
विधायक के प्रश्न के जवाब में सरकार ने साफ कहा कि इन इलाकों में कोई अवैध खनन, फार्महाउस या तस्करी की पुष्टि नहीं हुई है. 

उन्होंने पूछा था कि क्या विधानसभा क्षेत्र टोडाभीम के ग्राम मोरडा, गड़ी, कमलापुर, रजौली समेत अन्य गांव में पहाड़ों पर वन भूमि में अवैध खनन किया जा रहा है? सरकार ने इसके जवाब में कहा था कि इन इलाकों में कभी कभी चोरी छिपे अवैध खनन किया जाता है इसे रोकने के लिए गश्तिदल कार्रवाई करती है. 

Advertisement

उन्होंने यह भी पूछा था कि क्या इन इलाकों में कोई फॉर्म हाउस बना है, क्या यहां वन्य जीवों को रखा जाता है और क्या यहां नशे की तस्करी की जाती है. इन सबके जवाब में सरकार ने कहा था कि यहां ऐसा कुछ नहीं होता है. 

विधानसभा में खनन से जुड़े इन्हीं सवालों को हटवाने के लिए बीएपी विधायक ने रिश्वत मांगी थी. शुरुआत में 10 करोड़ की डिमांड की गई थी, लेकिन बाद में 2.5 करोड़ में बीएपी विधायक और रविंद्र मीणा के बीच डील तय हुई.

रिश्वत मांगने की शिकायत पर ACB ने 29 जुलाई 2024 की मौका रिपोर्ट, खनन विभाग के उत्तर, वन विभाग की रिपोर्ट और फोन कॉल, दस्तावेज व ट्रैप वीडियो जुटाए हैं. मामले की पुष्टि के लिए विधायक, उनके गनमैन और कंपनी के कुछ कर्मचारियों को सर्विलांस पर भी लिया गया था. 

सरकारी क्वार्टर से बीएपी विधायक गिरफ्तार

इसके बाद रविवार को बीएपी विधायक को ट्रैप करने की कार्रवाई को अंजाम दिया. रिश्वत की पहली किस्त 20 लाख रुपये लेते हुए बीएपी विधायक जयकृष्ण पटेल को एसीबी ने जयपुर में उनके सरकारी क्वार्टर से गिरफ्तार किया. हालांकि, रिश्वत की रकम 20 लाख रुपये बरामद नहीं हो सकी है, उसे लेकर विधायक का निजी सचिव रोहित फरार हो गया है. 

यह भी पढ़ें- 

10 करोड़ मांगे, 2.5 करोड़ में डील डन... 20 लाख लेते खुला मामला; BAP विधायक के रिश्वतकांड की इनसाइड स्टोरी

Rajasthan: मकराना में अचानक ढही छह मार्बल खदानें, दो करोड़ की मशीनरी और करोड़ों रुपए का मार्बल मलबे में दबा