ACB Action: राजस्थान के बूंदी में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने बड़ी कार्रवाई की है. एसीबी की टीम ने यहां स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (SBI) के फील्ड ऑफिसर को 20 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. फील्ड ऑफिसर ललित पाराशर किसान को लोन पास करने की एवज में रिश्वत की मांग कर रहा था. शिकायत मिलने पर बूंदी एसीबी की टीम ने जाल बिछाया और ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दिया है. ट्रैप की कार्रवाई बड़ा नया गांव पंचायत समिति में की गई है. एसीबी की टीम लगातार फील्ड ऑफिसर से पूछताछ कर रही है. एसीबी की टीम ने किसान द्वारा दी गई शिकायत पर फील्ड ऑफिसर का दो बार गोपनीय सत्यापन करवाया था.
किसान को लोन देने के लिए 20 हजार की रिश्वत
बूंदी एसीबी की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रेरणा शेखावत ने बताया कि पीड़ित के पिताजी फूलचन्द मीणा के नाम से 18-20 बीघा जमीन पर किसान समृद्धि ऋण के लिए एसबीआई बैंक में आवेदन किया गया था. जिस पर पीड़ित के पिता की जमीन पर 8 लाख रूपये का किसान समृद्धि ऋण जारी हुआ. लेकिन फाइल को पास करने की एवज में आरोपी ललित कुमार पाराशर जो फील्ड ऑफिसर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया शाखा बडा नया गांव में था उसके द्वारा 20 हजार रूपये रिश्वत की मांग की. वहीं किसान को लगातार फील्ड ऑफिसर परेशान कर रहा था जिसकी शिकायत पीड़ित ने एसीबी ब्यूरो मुख्यालय के माध्यम से 1064 हेल्पलाईन पर दर्ज कराते हुए 18 अक्टूबर को बूंदी एसीबी चौकी पेश की.
पीड़ित की शिकायत मिलने पर एसीबी की टीम एक्टिव हो गई और शिकायत का दिनांक 19 अक्टूबर एवं 28 अक्टूबर को गोपनीय सत्यापन करवाया गया. सत्यापन में आरोपी द्वारा पीड़ित से रिश्वत मागनें की स्पष्ट पुष्टि हो गई. जिस पर आज एसीबी की टीम ने जाल बिछाया और फील्ड ऑफिसर ललित पाराशर के बुलाएं स्थान पर पीड़ित को पैसे लेकर भेजा. किसान के पीछे एसीबी की टीम भी थी. इशारा मिलते ही फील्ड ऑफिसर को 20 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.
इस योजना में सीधा मिलता है किसानों को लाभ
जानकारी के अनुसार इस योजना में किसान को सीधा फायदा मिलता है. इसलिए किसान इस योजना से जुड़कर ऋण लेते हैं. इस योजना में समृद्धि ऋण किसानों नकद मिलता है. यह ऋण, मौजूदा ग्राहकों को उनके भुगतान ट्रैक रिकॉर्ड के आधार पर दिया जाता है. एक किसान के पास कम से कम 4 एकड़ ज़मीन होना जरूरी है. न्यूनतम 5 लाख ओर अधिकतम 50 लाख तक का लोन किसानों को मिल जाता हैं.