Rajasthan JJM Scam: राजस्थान में कथित तौर पर जल जीवन मिशन घोटाले (JJM Scam) में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने बड़ी कार्रवाई की है. बीते मार्च 2024 में राजस्थान के पूर्व मंत्री महेश जोशी को ED ने इसी मामले में समन सौंपा था. वहीं अब एसीबी ने जेजेएम घोटाले में पूर्व मंत्री महेश जोशी पर केस दर्ज कर लिया है. इसके साथ ही अधिकारियों और ठेकेदारों सहित कुल 23 लोगों के खिलाफ ACB ने केस दर्ज किया है. इसकी जानकारी एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी है.
एसीबी के महानिदेशक रवि प्रकाश मेहरड़ा ने कहा कि प्राथमिकी दो-तीन दिन पहले दर्ज की गई थी. वहीं अब अधिकारी ने एक बयान में समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि जल जीवन मिशन घोटाले में पूर्व मंत्री महेश जोशी तथा अधिकारियों और ठेकेदारों सहित 23 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है.
धारा 17ए के तहत महेश जोशी पर दर्ज किया गया केस
एसीबी के महानिदेशक रवि प्रकाश मेहरड़ा ने कहा कि पूर्व मंत्री पर पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया गया है. भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 17ए के तहत अनुमति मिलने के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई. जोशी पिछली कांग्रेस सरकार में लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (पीएचईडी) के कैबिनेट मंत्री थे.
केंद्र सरकार के जल जीवन मिशन (जेजेएम) का उद्देश्य घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराना है और इसे राजस्थान में पीएचईडी द्वारा लागू किया जा रहा है.
ED भी कर रही घोटाले में जांच
प्रवर्तन निदेशालय (ED) भी राजस्थान में जेजेएम के क्रियान्वयन में कथित अनियमितताओं से जुड़े धन शोधन मामले की जांच कर रहा है. ईडी ने इस मामले में जोशी के परिसरों सहित कई स्थानों पर तलाशी ली थी और एक कथित बिचौलिए व कुछ ठेकेदारों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है.
जेजेएम में हुए कथित घोटाले से जुड़े कई महत्वपूर्ण दस्तावेज डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने ED को सौंपे थे. ईडी दफ्तर जाकर उन्होंने घोटाले के सबूत देते हुए कार्रवाई की मांग की थी. मीणा के मुताबिक ठेकेदारों से मिलकर पूर्व मंत्री महेश जोशी ने 2 हजार करोड़ से ज्यादा का घोटाला किया है. ब्लैकलिस्टेड कंपनियों को टेंडर दे दिए गए हैं.
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