
Rajasthan News: राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने एक बार फिर बड़ी कार्रवाई करते हुए पंचायती राज विभाग से जुड़े एक एसोसिएट प्रोफेसर की करोड़ों की 'अवैध' संपत्ति का खुलासा किया है. इंदिरा गांधी पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास संस्थान जयपुर में पदस्थ अशाशीषी प्लांट के एसोसिएट प्रोफेसर रामावतार मीणा (Ramavtar Meena) के ठिकानों पर ACB ने बड़े पैमाने पर छापे मारे हैं. यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति (Disproportionate Assets) के मामले से जुड़ी हुई है.
आय से 115% ज्यादा संपत्ति का खुलासा
ACB की शुरुआती जांच और सिक्रेट वेरिफकेशन से यह सामने आया है कि आरोपी अधिकारी रामावतार मीणा ने अपनी वैध आय के स्रोतों से 115 प्रतिशत अधिक यानी करीब ₹2.77 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति अर्जित की है. ACB के इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर ASP भूपेन्द्र के नेतृत्व में यह बड़ा सर्च ऑपरेशन जयपुर, गंगापुर सिटी, करौली समेत करीब एक दर्जन ठिकानों पर एक साथ चलाया गया है.
करोड़ों की अवैध संपत्ति का साम्राज्य
ACB की दबिश में जो खुलासे हुए हैं, वे बेहद चौंकाने वाले हैं.
1. जयपुर में प्लाट और मकान
आरोपी अधिकारी के पास जयपुर के इंदिरा गांधी नगर में लाखों रुपये की कीमत के करीब 6 प्लाट और मकान होने का खुलासा हुआ है. इसके अलावा, रोहिणी नगर, टीलावाला, जगतपुरा में मुख्य महल रोड पर करोड़ों रुपये की जमीन अर्जित करने के भी प्रमाण मिले हैं. वहीं, अचलपुरा, कोटखावदा में भी लाखों रुपये की जमीन पाई गई है. जांच के दौरान, इंदिरा गांधी नगर में एक नया और आलीशान मकान का निर्माण होते हुए भी पाया गया है.

जयपुर के इंदिरा गांधी नगर में बन रहे नए मकान की तस्वीर.
Photo Credit: NDTV Reporter
2. गृह जिलों में बड़ी संपत्ति
आरोपी अधिकारी के करोली स्थित खिरखिड़ा गांव में लाखों रुपये की कृषि भूमि के साथ एक आलीशान फार्म हाउस का होना भी सामने आया है. वहीं, सवाईमाधोपुर के गंगापुर सिटी में भी मुख्य मार्ग चौराहे और कॉलोनी में लाखों रुपये का प्लाट और कर्मचारी कॉलोनी में एक मकान अर्जित किया गया है. ACB ने अधिकारी के पैतृक गांव धंधावली, हिण्डौन स्थित मकान पर भी सर्च ऑपरेशन किया है.
3. बैंक खातों में भारी लेनदेन की जांच
ACB की टीमों ने संदिग्ध अधिकारी और उनके परिवार के सदस्यों से जुड़े आधा दर्जन से अधिक बैंक खातों को खंगाला है. इन खातों में लाखों रुपये का बड़ा लेनदेन पाया गया है, जिसकी गहराई से जांच की जा रही है कि यह पैसा किस स्रोत से आया. ACB के सूत्रों ने बताया कि छापेमारी अभी भी जारी है और संपत्ति का वास्तविक मूल्य ₹2.77 करोड़ से भी अधिक हो सकता है. जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, बेनामी संपत्ति के और भी कई रहस्य सामने आ सकते हैं.
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