Rajasthan News: राजस्थान के दौसा में आय से अधिक संपत्ति के मामले में 'स्टे मास्टर' डॉ दिनेश मीणा के कई ठिकानों पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने छापामारी की है. इस छापेमारी में 13 आवासीय भूखण्ड सहित कृषि भूमि के दस्तावेज मिले हैं. इनकी कीमत करोड़ों में बताई जा रही है. डॉ दिनेश मीणा के दौसा स्थित ठिकानों के अलावा जयपुर स्थित ठिकानों पर भी छापेमारी कर कागजात बरामद किये गये हैं. बता दें दिनेश मीणा महवा अस्पताल में तैनात हैं. बताया जा रहा है कि उनके पास आय से अधिक संपत्ति है. जिसेक सबूत ACB को मिल हैं.
दौसा जिले में बुधवार को ACB मुख्यालय के निर्देश पर एसीबी की इन्टेलिजेंस इकाई द्वारा जुटाए सूत्र के आधार पर ACB की विशेष अनुसंधान विभाग जयपुर एवं विभिन्न टीमों द्वारा कार्रवाई करते हुये 'स्टे मास्टर' के नाम से मशहूर डॉ. दिनेश कुमार मीणा चिकित्सा अधिकारी जिसके राजकीय चिकित्सालय महवा जिला दौसा के विभिन्न ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया गया.
क्यों कहा जाता है स्टे मास्टर
डॉ दिनेश कुमार मीणा के बारे में कहा जाता है कि उनकी कई बार महवा अस्पताल से तबादले की अधिसूचना जारी की गई थी. लेकिन हर बार उनके तबादले पर रोक लग जाती थी. ऐसे में उन्हें स्टे मास्टर के रूप में जाना जाने लगा.
पत्नी और रिश्तेदारों के नाम पर संपत्ति अर्जित
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो मुख्यालय द्वारा डॉ. दिनेश कुमार मीणा चिकित्सा अधिकारी, राजकीय चिकित्सालय, महवा, जिला दौसा के विरूद्ध शिकायत का सत्यापन किया, तो आय से अधिक परिसम्पत्तियां होने का मामला पाये जाने पर प्रकरण दर्ज कर विशेष अनुसंधान विंग जयपुर के अनुसंधान अधिकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ललित किशोर शर्मा के नेतृत्व में इन्टेलिजेंस यूनिट के सहयोग से ACB की विभिन्न टीमों द्वारा महवा, दौसा एवं जयपुर शहर के विभिन्न ठिकानों पर तलाशी की कार्रवाई की गई है. जिसमें ब्यूरो की प्रथम सूचना रिपोर्ट के प्राथमिक आकलन एवं अब तक मिले दस्तावेजों के अनुसार डॉ दिनेश मीना द्वारा अपनी पत्नी एवं रिश्तेदारों के नाम से अनेक परिसम्पत्तियां अर्जित करने की सूचना है. जो उनकी वैध आय से अनुपात से कहीं अधिक बताईं जा रही हैं.
जयपुर में भी संपत्ति
आरोपी चिकित्साधिकारी द्वारा अपनी अवैध आय को जयपुर शहर एवं आसपास में आवासीय, व्यावसायिक, भूखण्डों फ्लैटों एवं इन्श्योरेन्स में निवेश करने का मामला सामने आया है. उधर आरोपी डॉ मीना एवं उसके परिजनों के नाम से विभिन्न स्थानों पर स्थित करीब 13 आवासीय एवं कृषि भूखण्डों के दस्तावेज तथा चल-अचल सम्पत्तियों का पता चला हैं. जिनकी बाजार कीमत करोड़ों रुपयों मे आंकी जा रही है.
एसीबी उप महानिरीक्षक रणधीर सिंह के निर्देशन में ACB की विभिन्न टीमों द्वारा आरोपी के ठिकानों पर तलाशी अभियान जारी है. जिसमें और अधिक परिसम्पत्तियों का पता चलने की संभावाना है. आरोपी के विरूद्ध आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित करने का प्रकरण पीसी एक्ट में दर्ज किया जाकर अग्रिम अनुसंधान किया जा रहा है.
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा समस्त प्रदेशवासियों से अपील है कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की हैल्पलाईन नं. 1064 एवं Whatsapp हैल्पलाईन नं. 94135-02834 पर 24x7 सम्पर्क कर भ्रष्टाचार के विरूद्ध अभियान में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें. एसीबी आपके वैध कार्य को करवाने में पूरी मदद करेगी.
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