प्रदेश के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी- ACB) ने आय से अधिक संपत्ति के संदेह में सहकारिता विभाग में रजिस्ट्रार के पद पर कार्यरत रहे आईएएस मेघराज सिंह रतनू के परिसरों पर शुक्रवार को तलाशी अभियान शुरू किया. शुक्रवार को मेघराज सिंह रत्नू के पुस्तैनी गांव, घर सहित तमाम ठिकानों पर एसीबी की टीम ने छापेमारी की. रत्नू 1991 में RAS पद पर भर्ती हुए थे और लगभग 32 साल में तीन बार एपीओ भी हो चुके हैं.
बेटी-बेटों पर बेतहाशा खर्च
एसीबी की टीमों ने जैसलमेर सहित जयपुर, अजमेर, श्री गंगानगर और सीकर में भी सर्च ऑपरेशन चलाया. सर्च ऑपरेशन के तहत जैसलमेर में मेघराज सिंह रत्नू के पुस्तेनी गांव बारठ का गांव में उनके घर पर छापा मारा गया. कार्रवाई के दौरान मेघराज रत्नू की पत्नी, बेटी, भांजे और भांजे की पत्नी के नाम 10 प्लॉट और दो फ्लैट के कागज़ात भी मिले हैं. जिन्हें एसीआर में नहीं दिखा रखा हैं. जिसकी वर्तमान कीमत लगभग 30 करोड़ आंकी जा रही है.
कई बड़े पदों पर रह चुके हैं रत्नू
एसीबी एडीजी हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि दो महीने पहले इंटेलिजेंस विंग को इनपुट मिला था कि आईएएस रत्नू ने आय से काफी अधिक संपत्तियां अर्जित की हैं. डीआईजी रणधीर सिंह व एएसपी विशना राम बिश्नोई की टीमों ने गोपनीय जांच के बाद शुक्रवार सुबह सर्च की कार्रवाई शुरू की.
मालवीय नगर स्थित फ्लैट को टीम ने सुबह ही अपनी कब्जे में ले लिया था. देर शाम को वहां सर्च अभियान शुरू किया. बता दें कि रत्नू जोधपुर डवलपमेंट ऑथोरिटी में कमिश्नर, नेशनल हेल्थ मिशन में एडिशनल डायरेक्टर, हॉर्टिकल्चर में डायरेक्टर सहित कई अहम पदों पर रह चुके हैं.
मिले अवैध सम्पत्ति और दस्तावेज
तलाशी में नकद राशि 6 लाख 2 हजार 210 रूपये व सोने चाँदी के जेवरात, एसबीआई, एचडीएफसी, एयू स्मॉल बैंक में 4 लॉकर (जिनकी सर्च की जानी है), मेघराज रत्नू एवं परिवारजन के विभिन्न बैंकों में कई खाते मकान पर तीन वाहन फोर्ड एंडेवर, हुंडई आई-10, मारूती एसएक्स-4 रत्नू के पुत्र मिहीर रत्नू के महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज में मेडिकल सीट पर अध्ययन में करीब 50 लाख रूपये के भुगतान संबंधी दस्तावेज भी पाये गये.
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