जयपुर में सड़क हादसे के 24 घंटे बाद ही फिर दिखी लापरवाही, पूर्व IAS की गाड़ी को रोडवेज बस ने मारी टक्कर

जयपुर में सड़क पर डंपर हादसे के 24 घंटे बाद ही बड़ी लपरवाही दिखी, पूर्व IAS अधिकारी की गाड़ी को रोडवेज बस ने टक्कर मार दी.

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Jaipur Road Accident: राजधानी जयपुर के हरमाड़ा में हुए भीषण सड़क हादसे को अभी 24 घंटे से अधिक समय नहीं बीते थे और मुख्यमंत्री के निर्देशों के बावजूद राजधानी जयपुर में फिर गंभीर सड़क लापरवाही देखने को मिली. मंगलवार (4 नवंबर) को बिरला मंदिर चौराहे के पास तख्तेशाही रोड पर पंजाब रोडवेज की बस ने पूर्व वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अशोक संपतराम की फॉर्च्यूनर कार को टक्कर मार दी. गनीमत रही कि इस हादसे में किसी की जान नहीं गई, लेकिन मामला एक बड़े हादसे में बदल सकता था.

पूर्व आईएएस अशोक संपतराम, जो हाल ही में स्वास्थ्य समस्या के चलते संतोकबा दुर्लभजी अस्पताल में भर्ती थे, उनको पत्नी सिमरत कौर और ड्राइवर अस्पताल से घर लेकर लौट रहे थे. इसी दौरान पंजाब रोडवेज की तीन बसें आगे-आगे जा रही थीं, जिनमें से एक बस ने अचानक कार को साइड से दबाते हुए टक्कर मार दी. टक्कर इतनी अचानक थी कि वाहन में बैठे सभी लोग सकते में आ गए.

शिकायत के बाद भी मौके पर नहीं आई पुलिस

बस चालक घटना के बाद आगे बढ़ने लगा, ऐसे में सिमरत कौर खुद कार से उतरीं और दौड़कर बस को रोका. उन्होंने न केवल बस को रुकवाया बल्कि ड्राइवर से चाबी भी ले ली. इस दौरान उन्होंने कई बार ट्रैफिक पुलिस और स्थानीय पुलिस को फोन किया, लेकिन करीब आधे घंटे तक कोई मौके पर नहीं पहुंचा.

सीएम के आदेश के बाद भी लापरवाही

सिमरत कौर ने कहा कि एक दिन पहले ही राज्य में बड़ा हादसा हुआ है, मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों को सड़क सुरक्षा पर सख्त रहने के निर्देश दिए हैं, लेकिन फिर भी राजधानी में इस स्तर की लापरवाही चौंकाने वाली है. उन्होंने कहा कि वह अपने पति को अस्पताल से डिस्चार्ज करवाकर सावधानी से घर ले जा रही थीं और सड़क पर छोटे गड्ढे से भी बचते हुए गाड़ी चलवा रहीं थीं, ताकि उन्हें किसी तरह का जर्क न लगे, ऐसे में बस की यह हरकत बेहद डरावनी थी.

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वरिष्ठ अधिकारियों को कॉल करने के बाद ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची. पुलिस ने पंजाब रोडवेज की बस को जब्त किया और ड्राइवर व कंडक्टर से पूछताछ शुरू की. सिमरत कौर ने कहा कि उन्हें नुकसान की भरपाई नहीं चाहिए लेकिन चिंता सिस्टम की है, जो इस तरह की स्थितियों में भी सक्रिय नहीं दिखता.

इस मामले में सिमरत कौर की शिकायत पर गांधीनगर थाने में केस दर्ज कर लिया गया है. लगातार दो दिनों में राजधानी में सड़क सुरक्षा से जुड़े मामलों ने पुलिस और ट्रैफिक सिस्टम की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.

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