करीब 40 साल बाद आज यानी 10 मई को जाट और राजपूत ने एक साथ जाजम पर बैठकर मीठा खीचड़ा खाया. भाईचारे की मिसाल पेश की, जिसकी जिसकी दोनों ही समाज के नागरिक सराहना कर रहे हैं.
वोट बैंक की राजनीति करने वालों ने दूरी पैदा की ह
अभिमन्यु सिंह राजवी ने कहा कि वोट बैंक की राजनीति करने वालों ने कुछ अर्से से दोनों जातियों में दूरी पैदा की है, जिसे अब मिटाने की ओर कदम बढ़ाने की जरूरत है.
जाट समाज के मेहमानों की अगवानी की
करीब 4 दशक बाद आज यानी 10 मई को आखातीज और नगर स्थापना दिवस के दिन बीकानेर के संस्थापक राव बीकाजी के वंशजों के डेरे पर पहुंचे जाट समाज के मेहमानों की भव्य अगवानी की गई.
बीकानेर स्थापना दिवस मनाया
डेरा जस विलास पर बीजेपी नेता अभिमन्यु सिंह राजवी की ओर से यह ऐतिहासिक आयोजन रखा गया, जिसमें दशकों बाद राजपूत और जाट बंधुओं ने एक जाजम पर साथ बैठकर मीठा खीचड़ा चखा. मिलकर बीकानेर स्थापना दिवस मनाया.
जाट-राजपूत में आपसी समरसता की मिसाल पेश की
अभिमन्यु सिंह राजवी ने कहा कि बीकानेर शहर की स्थापना के दौरान राव बीकाजी की अगुवाई में राजपूत और जाट सरदारों में एक संधि हुई थी. इसके बाद जाट-राजपूत में आपसी समरसता और भाईचारे की मिसाल दी जाती है.
बीकानेर के विकास का लिया संपल्प
उन्होंने कहा कि बीकानेर के गोदारा जाट बंधुओं का जिक्र करते हुए कहा कि बीकानेर रियासत की गद्दी पर राजतिलक केवल गोदारा जाट के हाथों ही किया जाता था. लेकिन बीते कुछ अर्से से वोट बैंक की राजनीति करने वालों ने दोनों जातियों में दूरी पैदा की है. हम इस दूरी को पाटने के लिए पिछले कुछ वर्षों से प्रयासरत हैं. हमारी कोशिश हम सब मिलकर बीकानेर का चहुंमुखी विकास करें.
यह भी पढ़ें: अक्षय तृतीया पर खुले केदारनाथ धाम के कपाट, आज से शुरू हुई चार धाम यात्रा, जानें कैसे कराएं रजिस्ट्रेशन?