पैंथर-तेंदुआ के बाद राजस्थान में सियार की दहशत, महिला को नोच डाला

दौसा जिले में सियार के हमले से नई दहशत फैल रही है. यहां एक महिला के ऊपर सियार ने हमला कर दिया. इस वजह से महिला बुरी तरह घायल हो गई.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Rajasthan Jackal Attack: राजस्थान में जंगली जानवरों से खतरा तेजी से बढ़ रहा है. उदयपुर में पहले ही तेंदुए का हमला जारी है और आधा दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. वन विभाग तेंदुए को पकड़ने में लगा है, जबकि तेंदुए को गोली मारने के आदेश दे दिये गए हैं. वहीं दूसरी ओर अब दौसा जिले में सियार के हमले से नई दहशत फैल रही है. यहां एक महिला के ऊपर सियार ने हमला कर दिया. इस वजह से महिला बुरी तरह घायल हो गई.

महिला को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जबकि सूचना मिलने पर वन विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और सियार के होने की पुष्टि भी हुई है.

Advertisement

घर के बाहर महिला पर हमला 

लालपुर नगला निवासी पतासी देवी पत्नी बाबूलाल मीना सुबह करीब 6 बजे घर से बाहर निकली तो अचानक एक जंगली जानवर से महिला पर हमला कर दिया. महिला के चीखने चिल्लाने की आवाज सुनने के बाद जंगली जानवर महिला को घायल कर भाग छोड़कर भाग गया. हमले के दौरान सियार ने महिला को चेहरे सहित शरीर पर  जगह-जगह जंगली पंजे मार कर जख्मी कर दिया. सियार के हमले के दौरान महिला की चीख पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर जमा हो गए और घायल महिला को उपचार के लिए महवा के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. जिला डॉक्टरों ने घायल महिला को भर्ती कर इलाज शुरू किया.

Advertisement

मिले सियार के पैरों के निशान

जंगली जानवर के द्वारा महिला को घायल करने की सूचना ग्रामीणों द्वारा वन विभाग के अधिकारियों को दी गई. ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर जंगली जानवर के पैरों के चिन्ह मिले. पैरों के चिन्ह से वन विभाग की टीम ने जंगली जानवर के सियार होने की पुष्टि की. 

Advertisement

बताया जा रहा है कि राजस्थान में कई इलाकों में काफी ज्यादा बारिश हुई है. ऐसे में जंगल में पानी जमा हुआ है और इस वजह से जंगली जानवर शहर की ओर आने को मजबूर हो रहे हैं. इस बारे में सीएम ने भी कहा है कि बारिश की वजह से जंगली जानवर इन दिनों आबादी क्षेत्र में आ रहे हैं. लेकिन वन विभाग इसके लिए मुस्तैद है. लेकिन देखना है यह है कि वन विभाग इस सियार को कब पकड़ पाता है.

यह भी पढ़ेंः  तेंदुए के शूट एट साइट ऑर्डर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला, पहचान कैसे होगी? उठे थे सवाल