Rajasthan News: राजस्थान में लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे फेज के नामांकन का 4 अप्रैल को आखिरी दिन था. नामांकन की आखिरी दिन जालोर-सिरोही लोकसभा सीट से अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत ने कांग्रेस के प्रत्याशी के रूप में अपना पर्चा दाखिल किया. वहीं नामांकन की प्रक्रिया के बाद अशोक गहलोत ने एक आम सभा को संबोधित किया. इस दौरान जब वह अपना संबोधन दे रहे थे तो बेटे वैभव गहलोत के लिए समर्थन मांगते हुए वह भावुक हो गए.
अशोक गहलोत ने कहा, आज मेरी पत्नी सुनीत गहलोत मंच पर आई हैं. सुनीता गहलोत 40 साल की राजनीति में कभी चुनाव मंच पर नहीं गई लेकिन अपने बेटे वैभव गहलोत के लिए आई है. गहलोत ने कहा हम दोनों माता-पिता अपने बेटे वैभव गहलोत को जालोर-सिरोही के लोगों को सुपुर्द कर रहे हैं. अब आप लोगों की जिम्मेदारी है कि उसे जीताकर भेजेंगे.
जालोर पिछले 20 साल में पिछड़ा रहा है
जालोर स्टेडियम में जनता को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जिस तरह आपने मुझे प्यार दिया और तीन बार मुख्यमंत्री बनाया. मुझे पूरी उम्मीद है कि वैभव को भी आपका प्यार और समर्थन देंगे. उन्होंने कहा कि जालोर क्षेत्र का हर एक जन वैभव गहलोत है. बूटा सिंह के बाद यह नौजवान आपकी सेवा में आया है और आप भरोसा कीजिए कि इसके दरवाजे आपके लिए चौबीसों घंटे खुले रहेंगे. उन्होंने कहा कि भाजपा सांसदों के कारण जालोर पिछले 20 साल में पिछड़ा रहा है, लेकिन अब इसे पिछड़ा नहीं रहने देंगे. वे स्वयं, वैभव, सभी विधायक, कांग्रेस पार्टी के सभी कार्यकर्ता जालोर, सिरोही और सांचौर जिलों को विकसित बनाकर ही दम लेंगे.
डोटासरा ने वैभव को बताया अशोक गहलोत का विजन
इससे पहले कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने एक होटल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में वैभव गहलोत का समर्थन करते हुए कहा कि पांच साल कांग्रेस सरकार की जनकल्याणकारी नीतियां और योजनाएं रही हैं, इसलिए जहां भी जाते हैं सराहना मिलती है. अशोक गहलोत जी विकास की दृष्टि रखते हैं, और वह विजन जालोर को लेकर वैभव में भी नजर आता है. डोटासरा ने कहा कि 10 साल से मोदी सरकार आमजन के लिए काम करने में विफल रही है. यहां भी 20 साल से भाजपा सांसद है और नतीजा जालोर की उपेक्षा के रूप में आपके सामने है.
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